भुवनेश्वर में दफन एक और प्राचीन मंदिर के अवशेष , विष्णु की प्रतिमा मिली
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ASI को भुवनेश्वर के ओल्ड टाउन क्षेत्र में सूका सारी मंदिर परिसर में दफन एक और प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं|
भुवनेश्वर। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ASI को भुवनेश्वर के ओल्ड टाउन क्षेत्र में सूका सारी मंदिर परिसर में दफन एक और प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं| यहाँ सबसे पुरानी भगवान विष्णु की प्रतिमा मिली है |
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एएसआई की टीम ने प्राचीन मंदिर के खंडहरों को सूका सारी मंदिर के उत्तर-पूर्वी हिस्से की ओर देखा। एक अन्य मंदिर की खुदाई के दौरान प्राचीन संरचना मिली थी। यह संरचना सातवीं शताब्दी की मानी जाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस मंदिर का निर्माण, सूका सारी मंदिर और भगवान लिंगराज मंदिर से बहुत पहले किया गया था जो इस क्षेत्र का सबसे बड़ा और सबसे प्रमुख स्मारक है।
एएसआई के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि चल रही खुदाई प्रक्रिया के दौरान क्षेत्र से ऐसी और भी प्राचीन संरचनाएं मिल जाएंगी।
यह मंदिर परशुरामेश्वर मंदिर की शैली में बनाया गया है जो स्थल से लगभग आधा किलोमीटर दूर है। परशुरामेश्वर मंदिर का निर्माण सैलोदभाबा वंश के काल में हुआ था, जिसने 6-8वीं शताब्दी के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों पर शासन किया था और इसकी राजधानी आधुनिक बानापुर में स्थित थी।
बता दें पिछले साल अक्टूबर में सूका सारी मंदिर के इसी स्थान से एएसआई विशेषज्ञों द्वारा एक और प्राचीन मंदिर के खंडहरों की खोज की गई थी।
एएसआई टीम विशेषज्ञों का मानना है कि प्राचीन संरचना सूका सारी मंदिर से कई साल पहले बनाई गई थी।