चक्रवाती तूफान यास का सबसे अधिक प्रभाव ओडिशा पर !
चक्रवाती तूफान यास को लेकर कहा जा रहा है कि ओडिशा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा, जिसके चलते बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर पर स्थित बालासोर के पास भूस्खलन होने की भी संभावना है। यास अभी पाराद्वीप के दक्षिण और दक्षिण पू्र्वी दिशा में 320 किलोमीटर और बालासोर के दक्षिण, दक्षिण पूर्व में 430 किलोमीटर में है| कल दोपहर इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप और चांदबाली और धामरा के बीच लैंडफॉल होने की संभावना है|
भुबनेश्वर| चक्रवाती तूफान यास को लेकर कहा जा रहा है कि ओडिशा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा, जिसके चलते बंगाल और ओडिशा के बॉर्डर पर स्थित बालासोर के पास भूस्खलन होने की भी संभावना है। यास अभी पाराद्वीप के दक्षिण और दक्षिण पू्र्वी दिशा में 320 किलोमीटर और बालासोर के दक्षिण, दक्षिण पूर्व में 430 किलोमीटर में है| कल दोपहर इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप और चांदबाली और धामरा के बीच लैंडफॉल होने की संभावना है|
चक्रवाती तूफान यास के उत्तर से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते रहने, और तेज होने और 26 मई की सुबह तक चंदबली से धामरा बंदरगाह के बहुत करीब उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के पास बंगाल की उत्तर, पश्चिम खाड़ी तक पहुंचने की उम्मीद है।
बहुत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में यास के 26 मई की दोपहर के दौरान पारादीप और बालासोर के आसपास सागर द्वीप समूह के बीच उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की संभावना है।
आई एम डी भुवनेश्वर के वरिष्ठ उमाशंकर दास ने कहा कि केंद्रपाड़ा, भद्रक, जगतसिंहपुर, बालासोर में आज और कल के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और रेड अलर्ट जारी किया गया है.
मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी में आज भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना। इनके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है|
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार को सूचित किया कि राज्य भीषण चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए तैयार है, जो 26 मई को बालासोर के निकट दस्तक दे सकता है|
Restoration teams with sufficient JCBs, tractors, cutters, and labour are stationed at critical locations for post cyclone restoration works. @SRC_Odisha #OdishaFightsCyclone pic.twitter.com/9X7dtqJIqU
— PuriOfficial (@Puri_Official) May 25, 2021
मुख्यमंत्री ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने और चक्रवात के मद्देनजर बनाए गए शेल्टरों में जाने का आग्रह किया है। नवीन पटनायक ने कहा, चक्रवात ओडिशा के लिए कोई नई घटना नहीं है। इधर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का क्रम जारी है|
ओडिशा-बंगाल की सीमा डिंगा पर यास का यह रौद्र रूप सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है|
#CycloneYaas: Violent sea at Sankarpur near #Digha on #WestBengal–#Odisha border#CycloneYaasUPDATE pic.twitter.com/JZ9OmwCdhq
— IANS Tweets (@ians_india) May 25, 2021