काबुल में राष्ट्रपति भवन पर तालिबान का कब्जा ,भाग रहे लोग
तालिबान ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने का दावा किया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को पहले ही देश छोड़ चुके हैं | काबुल में अराजकता फ़ैल गई है| निवासी और विदेशी नागरिक भागने की कोशिश कर रहे हैं।
काबुल | तालिबान ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने का दावा किया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को पहले ही देश छोड़ चुके हैं | काबुल में अराजकता फ़ैल गई है| निवासी और विदेशी नागरिक भागने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं 20 साल बाद अफगानिस्तान पर काबिज होने को लेकर तालिबान जश्न मना रहे हैं |
तालिबान नेताओं ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया और कहा कि अमेरिकी सेना द्वारा हटाए जाने के दो दशक बाद उनकी जल्द ही एक नया “अफगानिस्तान का इस्लामी अमीरात” घोषित करने की योजना है।
एएफपी समाचार एजेंसी एएफपी के twiter पोस्ट पर कहा गया है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद तालिबान अफगानिस्तान के नियंत्रण में हैं और विद्रोहियों ने 20 साल के युद्ध को जीत लिया है| सरकार के आश्चर्यजनक रूप से त्वरित पतन से राजधानी काबुल में भय और दहशत फैल गई है|
तालिबान नेताओं ने काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया और कहा कि अमेरिकी सेना द्वारा हटाए जाने के दो दशक बाद उनकी जल्द ही एक नया “अफगानिस्तान का इस्लामी अमीरात” घोषित करने की योजना है।
बीबीसी के मुताबिक तालिबान ने राजधानी काबुल पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान में जीत का दावा किया है, जिससे देश में अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन की उपस्थिति के लगभग 20 वर्षों का तेजी से अंत हो गया है।
राष्ट्रपति भवन पर लड़ाकों ने कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाग जाने से सरकार गिर गई है।
समूह के एक प्रवक्ता ने समाचार नेटवर्क अल जज़ीरा को बताया है: “युद्ध समाप्त हो गया है।”
UPDATE: Taliban enters Afghan presidential palace in Kabul after President Ghani leaves Afghanistan.
🔴 LIVE updates: https://t.co/oqiy2tkYJt pic.twitter.com/fdtbtCj5jn
— Al Jazeera English (@AJEnglish) August 15, 2021
देखें वीडियो- काबुल में अराजकता है, और निवासी और विदेशी नागरिक भागने की कोशिश कर रहे हैं। यह वीडियो सोमवार की सुबह का है, जब लोग काबुल में हवाई अड्डे की ओर भाग रहे थे
Terribly sad, distressing visuals from #Kabul airport. A botched war, botched exit. As always, #Afghan civilians are paying a terrible price https://t.co/mU6OqQuBnH
— Anuj Chopra (@AnujChopra) August 16, 2021
इससे पहले अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृहमंत्री अब्दुल सत्तार मीरजकवाल ने बताया था कि तालिबान काबुल पर हमला नहीं करने के लिए राजी हो गया है। वो शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का ट्रांसफर चाहते हैं और ये इसी तरह होगा। नागरिक अपनी सुरक्षा को लेकर निश्चिंत रहें। तालिबान ने भी बयान जारी करके कहा था कि वो नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी लेता है।