छत्तीसगढ़ : कवर्धा हिंसा भाजपा द्वारा प्रायोजित- चौबे
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के तीन मंत्रियों ने आज शनिवार को सरकार एक प्रेस कांफ्रेंस में कवर्धा हिंसा के लिए भाजपा को दोषी ठहराते कहा कि यह घटना भाजपा द्वारा प्रायोजित थी | कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और आदिवासी विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दंगे से जुड़े तथ्य रखे|
रायपुर | छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के तीन मंत्रियों ने आज शनिवार को सरकार एक प्रेस कांफ्रेंस में कवर्धा हिंसा के लिए भाजपा को दोषी ठहराते कहा कि यह घटना भाजपा द्वारा प्रायोजित थी | कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और आदिवासी विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दंगे से जुड़े तथ्य रखे| कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने संकेत दिए कि भड़काऊ नारेबाजी वाले जुलूस का नेतृत्व करने वाले सांसद संतोष पाण्डेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की भी गिरफ्तारी होगी।
बता दें आज ही कवर्धा के एस पी मोहित गर्ग ने ट्विट कर जानकारी दी है कि अभी तक करीब 1000 से ज़्यादा लोगों के खिलाफ 7 एफआईआर दर्ज़ की गई है। 93 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है। पूर्व सांसद और वर्तमान सांसद के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है |
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा,की छत्तीसगढ़ शांति का टापू है। यहां इस तरह की घटनाएं अक्षम्य समझी जाती हैं। कवर्धा में एक ध्वज उतारने और दो लोगों के आपसी झगड़े को साम्प्रदायिक रंग दिया गया। जो ध्वज उतारा गया था, उसे वन मंत्री के निर्देश पर तत्काल वहां लगा भी दिया गया।
दूसरे दिन कवर्धा में जो हुआ, उसमें शामिल लोगों के चेहरे वीडियो में हैं। उसमें भाजपा के लोगों के चेहरे हैं। इसके बारे में आईजी पहले भी कह चुके हैं।
रविंद्र चौबे ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसीलिए कहा है कि दूर से ही दिख रहा है कि कवर्धा की घटना भाजपा की ओर से प्रायोजित है। छत्तीसगढ़ में उनके पास कोई मुद्दा नहीं है।
चौबे ने कहा , सुकमा की एक घटना लेकर उन्होंने प्रदेश में धर्मांतरण को मुद्दा बनाने की कोशिश की है। अब कवर्धा की घटना को प्रदेश में साम्प्रदायिक रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता कभी इसे माफ नहीं करेगी। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, प्रशासन के पास सबकी वीडियो फुटेज है। जिसके भी चेहरे उस वीडियो में दिख रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। चाहे वह कोई भी हो। उनमें से कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई भी है। अभिषेक सिंह और संतोष पाण्डेय पर भी कार्रवाई हो सकती है।
चौबे माना कि, कवर्धा में प्रशासन से थोड़ी चूक हुई है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा, अभी कोई प्रशासनिक फेरबदल नहीं होगा। हमारी पहली प्राथमिकता कवर्धा में शांति बहाली की हैं।