ओडिशा: विजिलेंस का छापा ,अफसर ने 20 लाख रुपये से भरा बैग पास के इमारत में फेंका
ओडिशा विजिलेंस विभाग की छापेमारी के दौरान ओडिशा सरकार के एक अफसर ने घबराहट में 20 लाख रुपये से भरा बैग पास के ही एक इमारत में फेंक दिया।
भुवनेश्वर| ओडिशा विजिलेंस विभाग की छापेमारी के दौरान ओडिशा सरकार के एक अफसर ने घबराहट में 20 लाख रुपये से भरा बैग पास के ही एक इमारत में फेंक दिया।
विजिलेंस ने अतिरिक्त एसपी, पांच डीएसपी, सात इंस्पेक्टर और अन्य स्टाफ की 10 टीमों ने ओडिशा पुलिस हाउसिंग एंड वेलफेयर कॉरपोरेशन (ओपीएचडब्ल्यूसी) के उप प्रबंधक प्रताप कुमार सामल के स्वामित्व वाले भुवनेश्वर और भद्रक के 10 अलग-अलग स्थानों पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति रखने के लिए कई संपत्तियों पर छापा मारा।
जब विजिलेंस अधिकारी सामल के आवास पर पहुंचे, तो घबराए हुए अफसर ने नकद 20 लाख रुपये छिपाने की कोशिश की और घबराहट में 20 लाख रुपये से भरा बैग पास के ही एक इमारत में फेंक दिया।
छापे के दौरान, सतर्कता पुलिस ने भुवनेश्वर, बालेश्वर जिले के हरिपुर और भद्रक जिले के बासुदेवपुर में मूल्यवान संपत्ति और इमारतों का पता लगाया है।
अफसर की पांच मंजिला इमारत भुवनेश्वर के गोथापटना में भी करीब चार करोड़ रुपये की कीमत में मिली है। विजिलेंस ने अब तक सामल और उसकी पत्नी के नाम से कुल 38.12 लाख रुपये नकद और 25 अचल संपत्तियां जब्त की हैं। उसके पास भद्रक जिले के बासुदेवपुर में पांच जमीन और एक इमारत, भुवनेश्वर में 17 जमीन और खुर्दा में दो इमारतें हैं ।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक सामल, ने 1987 में भद्रक के बारापाड़ा स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा किया और 14 अगस्त, 1988 को ओडिशा पुलिस हाउसिंग एंड वेलफेयर कॉरपोरेशन में भुवनेश्वर के मुख्यालय में एक जूनियर इंजीनियर के रूप में शामिल हुए।
2013 में उप प्रबंधक के रूप में पदोन्नत होने के बाद, उन्होंने इसके राउरकेला, बोलांगीर, क्योंझर और कटक कार्यालयों में काम किया। बाद में, वह 2019 में भुवनेश्वर में मुख्यालय लौट आए और तब से वहीं काम कर रहे हैं।