परमिट शर्तों का उल्लंघन: परिवहन विभाग ने 1 लाख 44 हज़ार रुपये वसूले, पर बस संचालक बेख़ौफ़
deshdigital में खबर प्रकाशन के बाद हरकत में आये परिवहन विभाग ने शुक्रवार 19 अगस्त को परिवहन अधिकारी, महासमुंद, उड़न दस्ता, रायपुर एवं परिवहन चेक पोस्ट, खम्हारपाली के साथ मिलकर यात्री बसों की संयुक्त चेकिंग कार्यवाही की
पिथौरा| deshdigital में खबर प्रकाशन के बाद हरकत में आये परिवहन विभाग ने शुक्रवार 19 अगस्त को परिवहन अधिकारी, महासमुंद, उड़न दस्ता, रायपुर एवं परिवहन चेक पोस्ट, खम्हारपाली के साथ मिलकर यात्री बसों की संयुक्त चेकिंग कार्यवाही की. उक्त कार्यवाही परिवहन आयुक्त, रायपुर के निर्देशानुसार की गई. दूसरी ओर बस संचालक विभागीय कार्यवाही को नजरअंदाज करते हुए कल भी बेख़ौफ़ होकर मनमर्जी किराया वसूलते देखे गए.
उक्त सम्बन्ध में ज़िला परिवहन अधिकारी आर.के.ध्रुव ने बताया कि कुछ दिनों से मिल रही शिकायतों के चलते यह कार्रवाई की गयी. रायपुर सरायपाली मार्ग पर अधिक किराया, बिना परमिट, बिना फिटनेस, बिना टैक्स, बिना बीमा के संचालित वाहनों पर कार्यवाही की गयी.
रायपुर से सराईपाली: बस वालों की मनमानी-बदसलूकी जारी
परमिट शर्तों का उल्लंघन करते पाये जाने पर कुल 24 वाहनों से कुल 49,300 रूपए समझौता शुल्क वसूल किया गया है. इसके अलावा 01 वाहन का मोटर यान कर बकाया होने के कारण छत्तीसगढ़ मोटर यान कराधान अधिनियम 1991 की धारा 16 (3) के तहत जप्त कर पुलिस थाना, तुमगांव की अभिरक्षा में वाहन खड़ी की गई थी. वाहन स्वामी द्वारा बकाया मोटरयान कर 39,000 रूपये जमा करने के पश्चात वाहन को मुक्त किया गया। सभी को भविष्य के लिए हिदायत दी गयी.
कार्रवाई के दौरान 2 वाहनों से 10,000 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया. बिना बीमा के संचालित 01 वाहन पर कार्यवाही करते हुए 5000 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया. अधिक किराया वसूल करते पाये जाने पर 3 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 15,000 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया.
अन्य अपराध के तहत कुल 18 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 19,300 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया. इस तरह कुल 24 वाहनों से कुल 49,300 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया है.
इसी प्रकार 01 स्कूल बस क्रमांक सीजी 04 एमवाय 4907 का मोटर यान कर बकाया होने के कारण 8000 रूपये जमा कराकर वाहन मुक्त किया गया। 01 ओव्हर लोड मालयान पर कार्यवाही करते हुए 48,000 रूपये समझौता शुल्क वसूल किया गया है.
कार्यवाही के बाद भी बेख़ौफ़ बस संचालक
परिवहन विभाग की उक्त कार्यवाही के बावजूद निजी बस संचालक प्रशासनिक कार्यवाही को धता बताते हुए पूर्व की तरह ही मनमाना किराया वसूलते रहे. रायपुर से गरीब नवाज बस से पिथौरा आ रहे एक यात्री ने बताया कि उनसे पिथौरा का निर्धारित किराया 125 के स्थान पर 150 रुपये वसूले गए. ज़ब उसने 125 रुपये किराए की बात कही तब उन्हें रास्ते मे ही उतरने की सलाह दी गयी. परन्तु यात्री ने मजबूरी में 150 रुपये भी दिए और बस स्टैंड की बजाय नगर से दो किलोमीटर दूर फोरलेन पर ही उतरना पड़ा. बस संचालको की इस मनमानी से क्षेत्र में बस संचालको के साथ कार्यवाही नही कर पाने वाली राज्य सरकार के विरुद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा