छत्तीसगढ़ के जंगल आज से केवल चौकीदार के भरोसे, अब रेंजर भी हड़ताल पर
छत्तीसगढ़ के जंगल आज से केवल चौकीदार के भरोसे रह गये हैं | वन रक्षक कर्मचारियों के बाद अब रेंजर भी हड़ताल पर चले गये हैं ।
पिथौरा। छत्तीसगढ़ रेंजर एसोसिएशन के आव्हान पर आज से अपनी कुछ मांगों को लेकर रेंजरों के हड़ताल पर चले जाने से प्रदेश भर के जंगल आज से मात्र चौकीदार के भरोसे होंगे। ज्ञात हो कि वन रक्षक कर्मचारी पूर्व से ही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पखवाड़े भर से हड़ताल में हैं ।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के रेंजरों के साथ क्षेत्र के रेंजर भी आज से हड़ताल पर चले गए हैं । पिछले पखवाड़े भर से वन कर्मियों की हड़ताल के चलते रेंजरों का काम बढ़ गया था और लगातार बढ़ते वन अपराधों के लिए स्वयम रेंजर वन चौकीदारों के साथ वनों की सुरक्षा सम्भाल रहे थे। परन्तु आज से उनके भी हड़ताल पर चले जाने से अब आज से जंगल मात्र चौकीदारों के भरोसे होंगे।
बायसन शिकारियों को मिल गई मोहलत
पिथौरा गिरना बीट में कल हुए बायसन के शिकार के बाद आज से ग्राम में संदिग्धों से पूछताछ की जानी थी परन्तु रेंजरों की हड़ताल ने कथित शिकारियों को कुछ दिनों की मोहलत दे दी है।
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ज्ञात हो कि कल हुए शिकार में संलिप्त शिकारियों को पकड़ने खोजी डॉग की जरूरत थी परन्तु वन कर्मियों की हड़ताल के कारण वन डॉग नहीं आ पाया लिहाजा पुलिस डॉग बुलवाया गया था।
परन्तु बताया जा रहा है कि पुलिस डॉग अब बूढा हो चुका है लिहाजा वह घटनास्थल से कोई डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित अमोदीडीह के स्कूल के पास तक जाकर बैठ गया था। जिससे विभाग आरोपियों तक पहुँच नहीं पाया था।
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बता दें गर्मी शुरू होते ही छत्तीसगढ़ के कई जंगलों में आग लगी हुई है | इधर वनकर्मी हड़ताल विभिन्न मांगों को लेकर पखवाड़े भर से हड़ताल पर हैं | इससे वन्यजीवों पर खतरा मंडराने लगा है | वे जान बचाने और दाना पानी के लिए आबादी की ओर आने लगे हैं जिससे उनके शिकार होने की आशंकाएं बढ़ गई हैं |
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा