कोलता समाज महिला प्रकोष्ठ द्वारा नेत्रदान जागरूकता
कोलता समाज महिला प्रकोष्ठ के द्वारा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े में जागरूकता के तहत नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है .
रायपुर| कोलता समाज महिला प्रकोष्ठ के द्वारा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े में जागरूकता के तहत नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है .
इस अवसर पर आँचलिक महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. भवानी प्रधान ने कहा, “दुनियां से जाने के पहले किसी को दे दो जीवनदान
अमर रहना है तो कर दो नेत्र दान” ताकि हमारी आँखों से कोई दुनियां देख सके . देश भर में ऐसे कई लोग हैं जो आँख में चोट लगने या धब्बे की समस्या की वजह से अंधता के शिकार हैं . इन परेशानियों के उपचार में नेत्र दान एक असरदार उपाय साबित हो सकता है . नेत्र दान के लिए लोग जागरूक होकर कई लोगों की जिंदगी में रोशनी ला सकते हैं .
आँचलिक प्रवक्ता सीमारानी प्रधान ने नेत्र दान के विषय में आगे जानकारी देते हुए बताया प्रायः आमतौर पर लोग सामाजिक एवं धार्मिक मिथक की वजह से अपनी आँखे दान नहीं कर सकते जबकि एक व्यक्ति के नेत्र दान से दो नेत्रहीन व्यक्तियों की आँखों में रौशनी लौटाई जा सकती है, इसलिए नेत्र दान को महादान कहा गया है. नेत्र दान के महत्व के बारे में व्यापक पैमाने पर जनजागरूकता पैदा करने तथा लोगों को मृत्यु के बाद अपनी आँखे दान करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है