तो यह मठ और संघ का प्रपंच क्यों?
साधु बाबाजी! तुमको किसान का अनाज और व्यापारी का धन चाहिए। धन तुम्हारे लिए भी जरूरी और आवश्यक है तो तुम क्यों नहीं खेती और व्यापार कर लेते? साधु जी! तुम्हें भी बेटा-बेटी चाहिए पर दूसरों…
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