मौन होकर भी मुखर हो तुम, प्रथम स्पर्श प्यार हो तुम
नारी को सम्मान देने आज दुनिया महिला दिवस मना रही है , पर आप सोचें जीवन का हर पल उसके बिना संभव नहीं
तुम
शब्द में जैसे अर्थ हो तुम
गीतों में नाजुक बन्ध हो तुम
सरगम की इक-इक लय…
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