यात्रा संस्मरण : आसमान बस कुछ ही कदम हमसे दूर था
आसमान बस कुछ ही कदम हमसे दूर था। सूरज ऐसा लग रह था मानो लाल गेंद हो। हनुमान द्वारा सूरज को कोई फल समझकर मुंह में भर लेने की कथा बरबस ही मेरी स्मृति पटल पर उभर आई। सूरज की पूरी उर्जा…
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