भय जब आक्रामक हो जाता है
कोई भी मानसिक भाव अथवा विकार हो, केन्द्र स्थल तो शरीर होता है। अतः शरीर की महत्ता के लिये जहां अत्यधिक महत्वपूर्ण है वही इसका अंत अर्थात मृत्यु सर्वाधिक दुखद पहलू है। अतः भय अपने चरम मे…
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