Vinod Dua: साहसिक पत्रकारिता के एक अध्याय का अवसान
Vinod Dua के निधन से साहसिक पत्रकारिता के एक अध्याय का अवसान होगया | बोलने की आजादी जब संकट में हो तब ऐसे मुखर पत्रकार के चले जाने से बड़ा अफसोस होता है। वे बिना डरे दिल की बात जुबान पर लाते थे। वे वही कहते थे जो महसूस करते थे।
Vinod Dua के निधन से साहसिक पत्रकारिता के एक अध्याय का अवसान होगया | बोलने की आजादी जब संकट में हो तब ऐसे मुखर पत्रकार के चले जाने से बड़ा अफसोस होता है। वे बिना डरे दिल की बात जुबान पर लाते थे। वे वही कहते थे जो महसूस करते थे।
