कैमरे की नजर सबूत बनकर न जाने कब प्रकट हो जाये

कोरोना संक्रमण काल में सोशल मिडिया काफी सक्रिय है| कैमरे की नजर किस पर है कहा नहीं जा सकता| कैमरे की नजर सबूत बनकर न जाने कब प्रकट हो जाये|  छत्तीसगढ़ के सूरजपुर कलेक्टर का चांटा सोशल मिडिया पर इस कदर छाया कि साहब की सफाई भी कम नहीं आई|  अब एक विडिओ महाराष्ट्र के जालना जिले का सामने आया है| यह पुराना विडिओ तब सामने आया जब गुंडई कर रहा अफसर अब रिश्वत के मामले में निलंबित हो गया| 

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कोरोना संक्रमण काल में सोशल मिडिया काफी सक्रिय है| कैमरे की नजर किस पर है कहा नहीं जा सकता| कैमरे की नजर सबूत बनकर न जाने कब प्रकट हो जाये|  छत्तीसगढ़ के सूरजपुर कलेक्टर का चांटा सोशल मिडिया पर इस कदर छाया कि साहब की सफाई भी काम  नहीं आई| कलेक्टरी गई|

अब एक विडिओ महाराष्ट्र के जालना जिले का सामने आया है| यह पुराना विडिओ तब सामने आया जब गुंडई कर रहा अफसर अब रिश्वत के मामले में निलंबित हो गया|

यानि सोशल मिडिया ने पुराना खाता -बही खोल दिया|

lockdown के दौरान कई तरह के मामले सामने आये खासकर अफसरों की दादागिरी के| जिस व्यक्ति को ज्यादा संयमित, संवेंदनशील होना चाहिए वह छोटी- छोटी बातों पर आप खो बैठते हैं| मोबाईल पटक कर तोड़ दे, एक सामान्य आम इन्सान की तरह| दरोगा सा पॉवर दिखाने लगते कलेक्टर से क्या उम्मीद की जा सकती है| जिस तरह सूरजपुर में चांटा खाने वाले किशोर ने कहा था, जब जिले का सबसे बड़ा अफसर ऐसा करे तो वे किससे शिकायत करें|

आज हर अफसर को यह याद करके काम करना होगा कि उपरवाला देख रहा है किसी कैमरे की निगाह से| बच नहीं सकते आज नहीं तो कल| जरा सा इधर-उधर कि आपका भांडा फूटता है|

रहीम का एक दोहा है –

खैर,खून खांसी, खुशी और प्रीति,मदपान|

रहिमन छुपाए न छुपे जानत सकल जहान|

तब सोशल मिडिया नहीं था नहीं तो दूसरी लाईन होती

रहिमन सोशल मिडिया उगलत सकल जहान|

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दीवारों के कान ही नहीं आँख भी होने लगे हैं| cctv कैमरे आपकी हर हरकत पर नजर गडाए  रहते हैं|

सोशल मिडिया ट्वीटर पर एक पोस्ट जिसे

RK Vij @ipsvijrk ने शेयर करते लिखा है

It’s simply criminal. No amount of defence justified.

sohit mishra @sohitmishra99 ने इसमें जो जानकारी दी  है उसके मुताबिक,  महाराष्ट्र के जालना जिले में पिछले महीने डिप्टी एसपी किरडकर ने एक शख्स को अस्पताल में बेरहमी से इसलिए पीटा क्योंकि इसने अस्पताल में पुलिसवालों की एक वीडियो बनाई थी..अब यह अधिकारी रिश्वत लेने के मामले में ससपेंड किया गया है, तब लोग हिम्मत जुटाकर इस वीडियो को वायरल कर रहे है|

अफसर भी आखिर क्यों इतने डरने लगे हैं, पता नहीं इस डिप्टी एसपी को किसका डर था| अब रिश्वत मामले में निलम्बित हो गये मतलब, गड़बड़ जरुर था| अफसर और उसका महकमा गलत था तभी तो यह अपराध  (It’s simply criminal) करते नजर आये|

बददिमाग,बेअदब, अफसर सावधान, अब कैमरे की नजर सबूत बनकर न जाने कब प्रकट हो जाये|

सवाल- अब इस पुलिस अफसर पर आपराधिक प्रकरण दर्ज होगा या नहीं,? या फिर वहां के नेता , मंत्री  ऐसे अफसरों को ऐसा करने की हिम्मत देते रहेंगे ?

-डॉ. निर्मल कुमार साहू 

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