यूपी की मुस्लिम बेटी को एमए संस्कृत में 5 मैडल
यूपी की एक मुस्लिम बेटी ने एमए संस्कृत में 5 मैडल हासिल किये हैं | लखनऊ विश्वविद्यालय की गजाला नाम की यह छात्रा संस्कृत ही नहीं अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, अरबी में भी दक्ष है| अब वह वैदिक साहित्य में पीएचडी कर संस्कृत की प्रोफेसर बनना चाहती है|
लखनऊ| यूपी की एक मुस्लिम बेटी ने एमए संस्कृत में 5 मैडल हासिल किये हैं | लखनऊ विश्वविद्यालय की गजाला नाम की यह छात्रा संस्कृत ही नहीं अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, अरबी में भी दक्ष है| अब वह वैदिक साहित्य में पीएचडी कर संस्कृत की प्रोफेसर बनना चाहती है| गजाला की यह उपलब्धि फिरकापरस्त ताकतों के मुंह पर करारा तमाचा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय में गुरूवार को पदक वितरण समारोह के दौरान डीन प्रोफेसर शशि शुक्ला और प्रो. प्रयागनारायण मिश्र ने गजाला को पदक से सम्मानित किया।
गरीब मजदूर की इस बेटी के पिता का निधन तब हो गया था जब वह 10 वीं कक्षा में पढ़ रही थी | परिवार ने उसे इस मुकाम तक पहुँचाने के लिए काफी संघर्ष किया |
उसके दो भाइयों ने अपनी स्कूली पढाई इसलिए छोड़ दी ताकि वह आगे पढ़ सके | उनकी बड़ी बहन एक दुकान में काम करने लगीं, जबकि उनकी मां नसरीन बानो घर पर देखभाल ।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गजाला विश्वविद्यालय परिसर में लोकप्रिय है और विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान संस्कृत के श्लोक, गायत्री मंत्र और सरस्वती वंदना का पाठ करती है।
गजाला के अनुसार, संस्कृत में उनकी रुचि निशातगंज के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में शुरू हुई, जहां उनके शिक्षक ने उन्हें कक्षा 5 में संस्कृत पढ़ाया।
गजाला कहती हैं,
भाषासु मुखिया मधुरा दिव्य गिरवन भारती।
सतरापि काव्यं मधुरम तस्मदपु सुभाशितम
सभी भाषाओं में भगवान की अपनी भाषा संस्कृत है। यह दिव्य है। संस्कृत में, कविता ज्यादा मधुर है। मेरे संस्कृत ज्ञान और रुचि अक्सर उन लोगों को आश्चर्यचकित करते हैं जो मुझसे पूछते हैं कि एक मुस्लिम होने के नाते मैंने भाषा के लिए प्यार कैसे विकसित किया। वे मुझसे पूछते हैं कि मैं इसके साथ क्या करूंगी, लेकिन मेरे परिवार ने हमेशा मेरा समर्थन किया।
बता दें राजस्थान की अस्मत परवीन शिरवानी नामक युवती भी पिछले बरस मीडिया की सुर्ख़ियों में रही जब वह संस्कृत व्याकरण आचार्य परीक्षा में टॉप पर रही और गोल्ड मेडल हासिल किया |
जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय ने संस्कृत व्याकरण आचार्य में गोल्ड मेडल पाने वाले 14 लोगों में अस्मत परवीन शिरवानी राजस्थान की वो इकलौती मुस्लिम युवती है | उसके परिवार की अन्य पांच-छह बेटियों ने भी संस्कृत की पढ़ाई की है |