झारखंड: 2सौ से ज्यादा गैर मान्यता स्कूलों ने फीस न मिलने से बंद की ऑनलाइन पढ़ाई

झारखंड में कोरोना महामारी का असर दूसरे वर्ष भी शिक्षण संस्थानों पर भारी पड़ रहा है। मान्यता प्राप्त पब्लिक स्कूल से लेकर गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की आर्थिक स्थिति खराब है। स्कूलों का अभिभावकों पर लाखों से लेकर करोड़ों रुपए फीस मद में बकाया है। स्थिति यह है कि 200 से अधिक गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों ने फीस नहीं मिलने पर ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी। फीस नहीं मिलने, ऑनलाइन पढ़ाई नहीं होने पर स्कूलों ने फंड नहीं होने की बात कह कर शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया गया है।

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deshdigital

रांची| झारखंड में कोरोना महामारी का असर दूसरे वर्ष भी शिक्षण संस्थानों पर भारी पड़ रहा है। मान्यता प्राप्त पब्लिक स्कूल से लेकर गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की आर्थिक स्थिति खराब है। स्कूलों का अभिभावकों पर लाखों से लेकर करोड़ों रुपए फीस मद में बकाया है। स्थिति यह है कि 200 से अधिक गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों ने फीस नहीं मिलने पर ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी। फीस नहीं मिलने, ऑनलाइन पढ़ाई नहीं होने पर स्कूलों ने फंड नहीं होने की बात कह कर शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया गया है।

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ऐसे में काफी संख्या में शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं। कुछ ने तो होम ट्यूशन शुरू किया तो कई स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। स्कूलों का स्पष्ट कहना है कि हम क्या करें। शहर में संचालित नामी-गिरामी बड़े स्कूलों को तो फीस मिल जा रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में संचालित मान्यता प्राप्त स्कूलों व गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की स्थिति बेहतर नहीं है। बताते चलें कि जिले में सरकारी, मान्यता प्राप्त, गैर मान्यता प्राप्त 2548 स्कूल संचालित हैं। इनमें पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।

शिक्षकों का कहना है कि फंड नहीं होने की बात कह कई स्कूलों ने वेतन कम कर दिया तो कई ने शिक्षकों को नौकरी से फिलहाल हटाया दिया है। काफी संख्या में एक विषय के शिक्षक ऑनलाइन क्लास में उक्त क्लास के सभी सेक्शन को एक साथ पढ़ा रहे हैं। ऑनलाइन व्यवस्था के कारण शिक्षकों की कम संख्या से भी पढ़ाई हो जा रही है। शिक्षकों ने कहा कि अभिभावकों से अनुरोध है कि फीस जमा करें व स्कूल हमलोगों को वेतन दे।

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