संवैधानिक मूल्यों पर पाँच दिवसीय कार्यशाला संपन्न,अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन का आयोजन
अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्त्वावधान में पाँच दिवसीय आवासीय युवा रचनात्मक कार्यशाला का समापन सामाजिक मुद्दों पर आधारित नाट्य मंचन से किया गया.
धमतरी. अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्त्वावधान में पाँच दिवसीय आवासीय युवा रचनात्मक कार्यशाला का समापन सामाजिक मुद्दों पर आधारित नाट्य मंचन से किया गया.
इस आवासीय शिविर में प्रतिभागियों ने अपने सामाजिक परिवेश में मौजूद सामाजिक व लैंगिक असमानता के मुद्दों को जोड़ते हुए उसपर कहानी तैयार करते हुए उसका स्क्रिप्ट बनाया और अंतिम दिन तीन समूहों ने तीन अलग-अलग सामाजिक मुद्दों पर दिल को झकझोर देने वाला और सामाजिक असमानता के मुद्दे को गहराई से महसूस करते हुए नाट्य प्रस्तुति दी.
इस मौके पर मौजूद शासकीय प्राथमिक शाला के शिक्षकों क्रमशः तिलकराम साहू एवं सोहन लाल साहू ने इस नाट्य मंचन की प्रशंसा करते हुए कहा कि- युवाओं द्वारा तैयार किया गया यह नाटक हमें सामाजिक मुद्दों पर सोचने समझने और समाज में व्याप्त असमानता को गहराई से महसूस करने पर सोचने के लिए बाध्य करती हैं. प्रयासों की एक बेहतर व लोकतांत्रिक समाज बनाने में अहम भूमिका हो सकती है.
ज्ञात हो कि इस शिविर में राज्य के तीन जिलों- धमतरी, बलोदा बाज़ार एवं बेमेतरा के लगभग तीन दर्जन युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया. कार्यशाला का आयोजन धमतरी के शंकरदाह गाँव में स्थित अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के जिला संस्थान में हुई. संवैधानिक मूल्यों को लेकर युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया था.
पाँच दिवसीय कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में युवाओं ने अपने आसपास के परिवेश को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से तार्किक, वैज्ञानिक व मानवीय नजरिये से समझने की कोशिश की. संवैधानिक मूल्यों के अंतर्गत स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों को देखने-समझने की अंतर्दृष्टि विकसित करने की कोशिश की गई.
सभी प्रतिभागियों में प्रत्येक दिन आपसी एकता, परस्पर प्रेम और तालमेल आदि विकसित करने हेतु दर्जनों खेल गतिविधि भी कराई गई. इस पाँच दिवसीय कार्यशाला में युवाओं ने सभ्य एवं मानवीय समाज बनाने की दिशा में समाज में व्याप्त जातिगत व लैंगिक भेदभाव के मुद्दों को अपने परिवेशीय अनुभवों के आधार पर सामने लाने और उसे महसूस करने की कोशिश की. समापन के मौके पर अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की प्रीति, टीना, मनीषा, मुकेश, नरेंद्र, जोबन, गुलशन, देवेन्द्र, खिलेन्द्र सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.