भारत में पहली बार देखा गया गुलाबी तेंदुआ
दक्षिण अफ्रीका के बाद अब भारत में पहली बार 'गुलाबी तेंदुआ' देखा गया है | राजस्थान के पाली जिले में स्थानीय लोगों ने रणकपुर क्षेत्र में यह दुर्लभ गुलाबी तेंदुआ देखा|
दक्षिण अफ्रीका के बाद अब भारत में पहली बार ‘गुलाबी तेंदुआ’ देखा गया है | राजस्थान के पाली जिले में स्थानीय लोगों ने रणकपुर क्षेत्र में यह दुर्लभ गुलाबी तेंदुआ देखा| यह इलाका अरावली पहाड़ियों में स्थित है | देश में ‘गुलाबी तेंदुआ’ पहली बार देखे जाने की पुष्टि अधिकारियों ने की है |
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है |
Rare pink leopard sighted in Ranakpur hills of Rajasthan (For global #wildlife #news, visit #wildtrails at https://t.co/qdysMKANMv) pic.twitter.com/XE34LVcgBb
— WildTrails.in (@_WildTrails) November 10, 2021
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुंभलगढ़ वन क्षेत्र राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित है, जो 600 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। कुंभलगढ़ भारतीय तेंदुआ, भेड़िया, धारीदार लकड़बग्घा, सुनहरा सियार और सांभर जैसी अन्य प्रजातियों का घर है।
भारत में इससे पहले साल 1910 में सफेद तेंदुआ देखा गया था, उसके बाद से नॉर्मल और काले तेंदुए ही देखने को मिल रहे थे|
छत्तीसगढ़ के अचानकमार के जंगल में काला तेंदुआ हाल के बरसों में देखा जा चुका है | जंगल के अंदरूनी हिस्से में बाघ की गणना के लिए कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। इसमें काला तेंदुआ की तस्वीर कैद हुई। गरियाबंद के जंगलों में भी काला तेंदुआ देखे जाने की खबरें आ चुकी हैं |
तब जानकारों का कहना था कि तेन्दुए में मैलेनिन ज्यादा होने से वह काला दिखता है। उसकी कोई दूसरी प्रजाति नहीं है।
वन्य प्राणी विशेषज्ञों के मुताबिक तेंदुए का गुलाबी रंग का होना किसी जेनेटिक कंडीशन की वजह से हो सकता है।
साल 2012 में गुलाबी रोएं पर धब्बे वाला एक तेंदुआ दक्षिण अफ्रीका में देखा गया था। साल 2019 में इसे फिर से देखा गया था।
उदयपुर के वन्यजीव संरक्षक और फोटोग्राफर हितेश मोटवानी ने मिडिया को बताया कि उन्होंने ही ये तस्वीरें खिंची हैं| ये तस्वीरें लेने वे चार दिनों तक यात्रा कर रहे थे, तब जाकर उन्हें गुलाबी तेंदुआ दिखा| (deshdesk)