Chhattisgarh: हफ्ते भर में 6 कोरोना मरीजों की ख़ुदकुशी
कोरोना मरीजों के दहशत, अवसाद और हताशा में आकर ख़ुदकुशी की घटनाए
रायपुर। Chhattisgarh (छत्तीसगढ़) में बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ कोरोना मरीजों के दहशत, अवसाद और हताशा में आकर ख़ुदकुशी की घटनाएँ तेजी से सामने आती जा रही हैं| बीते हफ्ते भर में देखें तो दुर्ग संभाग में 2, बिलासपुर संभाग में 2, रायपुर संभाग में 2 और बस्तर संभाग में एक ने ख़ुदकुशी कर ली|
Chhattisgarh के इन घटनाओं में ज्यादातर में अस्पतालों में मरीजों की निगरानी पर सवाल खड़े होने लगे हैं| जहाँ अस्पताल की इमारत से कूदकर 2 लोगों ने जान दे दी तो वहीँ 3 की मौत अस्पताल से बाहर हुई| 2 ने अपने घर पर फांसी लगा ली|
Chhattisgarh रायपुर संभाग
25 अप्रैल : रायपुर संभाग में आज राजधानी रायपुर के सरोना इलाके में स्थित संकल्प हॉस्पिटल के दूसरे फ्लोर से कूदकर प्रशांत सोनकर नामक मरीज ने खुदकुशी कर ली। मरीज के सिर पर गंभीर चोट आई थी जिसके बाद उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
21 अप्रैल : Chhattisgarh के रायपुर संभाग के महासमुंद जिले में जीएनएम स्थित कोविड सेंटर में भारती कोरोना संक्रमित मरीज का शव अस्पताल के बाहर मिलने की खबर सामने आई| 10 अप्रैल को भर्ती मरीज चमरू सिदार (68) का शव अस्पताल के बाहर 12 अप्रैल को बरामद किया गया था और तीन दिन जिला अस्पताल के चीरघर में शव को रखने के बाद 15 अप्रैल को चमरू के लावारिस शव का मुक्तिधाम सेवा समिति ने कफन दफन किया था।
मृतक के भतीजे रूपानंद सिदार ने बताया कि 19 अप्रैल तक कोविड केयर के नंबर पर फोन लगाकर पूछा जाता रहा और हर बार वहां का स्टाफ कुशलक्षेम होना बताता रहा।
21 अप्रैल की शाम सरायपाली थाना प्रभारी का फोन परिवार को आया। थाना प्रभारी ने परिजनों को बताया गया कि चमरू सिदार लापता है।
परिजन महासमुंद सिटी कोतवाली पहुंचे जहाँ पुलिस ने 12 अप्रैल को बेलसोंडा मारुति शोरूम के पास मिले अज्ञात शव की तस्वीर दिखाई। जिसे देखकर चमरू के पुत्र शिवचरण ने उनके पिता होने की पुष्टि की।
यानि इस पूरे मामले में कोविड अस्पताल की अव्यवस्था सामने आती है आखिर चमरू वहां से कैसे बाहर निकला और किसके कुशलक्षेम की सूचना परिजनों को दी जाती रही|
Chhattisgarh बिलासपुर संभाग
25 अप्रैल: Chhattisgarh के बिलासपुर संभाग में मरवाही जिले के पेंड्रा नवागांव निवासी धूप सिंह नामक युवक की लाश पटरी पर मिली| धूप सिंह का पूरा परिवार कोरोना संक्रमित मिला था। पूरे परिवार को सीकर कला स्थित कोविड सेंटर भेज दिया गया। एक सप्ताह बाद धूप सिंह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसे भी सेंटर में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले बुधवार शाम सेंटर से वह भाग निकला। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था।
परिजनों ने गौरेला थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी| शनिवार सुबह उसका शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। पुलिस ने गुमशुदा की फोटो से मिलान किया तो धूप सिंह के रूप में शिनाख़्त हुई|
24 अप्रैल: Chhattisgarh के बिलासपुर संभाग के मुंगेली में कोरोना संक्रमित माँ की मौत के बाद सदमे में आई संक्रमित बेटी ने फांसी लगाकर जान दे दी|
बताया गया कि गोल्डी नामक यह युवती अपनी मां के साथ ही रहती थी। कुछ दिन पहले ही मां-बेटी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसकी मां का इलाज शहर के ही निजी अस्पताल में चल रहा था। जबकि गोल्डी अपने घर में रहकर ही इलाज करा रहा थी।
विगत 21 अप्रैल को गोल्डी की मां की मौत हो गई। इसके बाद से ही काफी दुखी थी और उसने आखिरकार 23 अप्रैल की शाम उसने फांसी लगा ख़ुदकुशी कर ली| पुलिस ने 24 अप्रैल को शव को शव कब्जे में लेकर कफ़न दफन किया|
Chhattisgarh दुर्ग संभाग
15 अप्रैल : Chhattisgarh के दुर्ग जिले के जामुल के एक निजी अस्पताल में कोरोना मरीज ने अस्पताल की खिड़की से कूदकर जान दे दी। पुलिस के मुताबिक कोरोना संक्रमित धमधा के ग्राम पंडरी निवासी ईश्वर विश्वकर्मा नामक ग्रामीण को 11 अप्रैल को जामुल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे अस्पताल की पहली मंजिल पर स्थित निजी रूम में रखा गया था।
बताया गया कि स्वास्थ्य में लगातार सुधार के बाद भी वो मानसिक रूप से कमजोर होने लगा और अवसाद का शिकार हो गया| बुधवार आधी रात उसने इमारत से छलांग लगा दी। सिर पर गहरी चोट के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
19 अप्रैल : Chhattisgarh के दुर्ग संभाग के बेमेतरा जिले के साजा में एक कोरोना मरीज ने अस्पताल से भागकर फांसी लगा ली| थान खमरिया के ग्राम बरहा का 32 साल का तखत वर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था|
बताया जा रहा है कि तखत अपने पिता के कोरोना संक्रमित होने के बाद इसकी चपेट में आया था| तखत को इलाज के लिए उन्हें साजा कोविड-19 में भर्ती किया गया था| उसके पिता का इलाज भी कोविड-19 अस्पताल में चल रहा है|
बताया जाता है कि इस अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों की मौत के बाद वह काफी दहशत में आ गया था|
अस्पताल से भागकर वह अपने गाँव के पास नाले के पास एक पेड़ पर फांसी लगा ली|
Chhattisgarh बस्तर संभाग
24 अप्रैल: Chhattisgarh के बस्तर के जगदलपुर के पथरागुड़ा निवासी योगेश कुमार नामक एक युवा की सीटी स्कैन रिपोर्ट पॉजिटिव बताए जाने के बाद दहशत से जूझते फांसी लगाकर अपनी जान दे दी| घटना का दुखद पहलू यह है कि युवक की कोविड रिपोर्ट जांच के बाद निगेटिव बताई गई है|
पथरागुड़ा निवासी योगेश कुमार साहू ने हल्के कोरोना लक्षण महसूस करने पर अपना सीटी स्कैन करवाया जिसमे रिपोर्ट पॉजिटिव बताया गया, जिससे वह अवसाद से ग्रसित गया और दहशत के चलते उसने सुबह 9 बजे अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली|