अस्पताल के फर्जी आईडी से बन रहे थे बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट, मामला दर्ज
एमजीएम अस्पताल के नाम पर फर्जी आईडी से 79 जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने का मामला सामने आया है। 74 जन्म प्रमाणपत्र एवं पांच मृत्यु प्रमाणपत्र का नंबर जारी कर सभी को फर्जी करार दिया है।
रांची| एमजीएम अस्पताल के नाम पर फर्जी आईडी से 79 जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने का मामला सामने आया है। इससे अस्पताल के उपाधीक्षक सह रजिस्ट्रार ने सतर्कता आदेश जारी किया है। दूसरी ओर, 74 जन्म प्रमाणपत्र एवं पांच मृत्यु प्रमाणपत्र का नंबर जारी कर सभी को फर्जी करार दिया है।
सूचना के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पूर्व में जिला सांख्यिकी विभाग में एमजीएम अस्पताल के नाम पर फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनने का पत्र आया था। इसपर जिला सांख्यिकी विभाग ने एमजीएम को पत्र देकर घटना से अवगत कराया। इसके बाद अस्पताल द्वारा जिला सांख्यिकी विभाग से प्राप्त नंबर का मिलान कराने पर 74 जन्म प्रमाणपत्र व पांच मृत्यु प्रमाणपत्र को गलत पाया गया है।
इधर, एमजीएम अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. एन उरांव के अनुसार, जिला सांख्यिकी विभाग ने पत्र भेजकर अस्पताल में उपरजिस्ट्रार के नाम की आईडी के बाबत जानकारी मांगी थी। लेकिन अस्पताल में कोई अन्य आईडी नहीं बनी थी। जिला सांख्यिकी विभाग को यह जानकारी देकर जांच कराने पर फेक आईडी का मामला सामने आया है।
अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक ने बताया कि फर्जी आईडी बनाना साइबर अपराध है। इससे साइबर थाने में केस करने के साथ फर्जी आईडी से बने 79 जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र को रद्द करने का आदेश दिया गया है। मामले की सूचना साकची पुलिस को भी दी गई है। दूसरी ओर, एमजीएम अस्पताल के स्तर पर फर्जी आईडी बनाने के मामले की जांच का आदेश हुआ है, ताकि अन्य कोई फर्जी आईडी के चक्कर में फंसकर गलत ढंग से जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र न बनवा ले।