श्योपुर में दो लोगों की डूबने से मौत,शिवपुरी में सेना ने संभाली कमान
प्रदेश के श्योपुर, शिवपुरी, भिंड जिले में बाढ ने भारी तबाही मचाई है।श्योपुर में बाढ में दो लोगों की डूबने से मौत हो गई। श्योपुर जिले में बारिश ने ऐसी तबाही मचाई कि सब कुछ तबाह कर दिया।
भोपाल । प्रदेश के श्योपुर, शिवपुरी, भिंड जिले में बाढ ने भारी तबाही मचाई है।श्योपुर में बाढ में दो लोगों की डूबने से मौत हो गई। श्योपुर जिले में बारिश ने ऐसी तबाही मचाई कि सब कुछ तबाह कर दिया। जिसने भी इस मंजर को देखा, उसकी रूह कांप उठी शहर में 2 दिन से बिजली व इंटरनेट व्यवस्था बंद है।
शहर में सुबह आवदा डैम फूटने की जैसे ही अफवाह उ़ड़ी तो चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। लोग घरों को छो़ड़कर अपनी जान बचाने केलिए सुरक्षित स्थानों पर भागते नजर आए।प्रशासन ने आनन-फानन में शहर में गाड़ियां दौ़ड़ाकर लोगों को आवदा डैम नहीं टूटने की सूचना दी। इस तबाही में 2 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है।
कई लोगों के बहने की जानकारी है। सीप नदी ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि पूरे शहर को जलमग्न कर दिया। वहीं भिंड जिले में भारी बारिश के चलते ग्वालियर चंबल अंचल से गुजरने वाली चंबल, सिंध, क्वारी, पार्वती नदी उफान पर हैं। शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, मोहना के बाद अब भिंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
सिंध व चंबल नदी के उफान पर होने के कारण कई गांवों में पानी भर गया है। गांव में रहने वाले कई लोग गायब हैं, जिनको तलाशने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। कुछ जगहों पर रेस्क्यू आपरेशन की कमान खुद एसपी ने संभाली। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी स्टेट कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से लगातार ग्वालियर चंबल संभाग के हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
वहीं जिले के 129 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। चंबल एवं सिंध नदी के उफान पर आने के बाद भिंड के 30 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आइजी चंबल, आइजी ग्वालियर और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जिला प्रशासन के अधिकारियों से फोन पर चर्चा करके राहत कार्य की जानकारी ली है।
अधिकारियों ने बताया है कि सभी जगह रेस्क्यू आपरेशन तेज गति से जारी है। मंगलवार की रात भर रेस्क्यू अभियान चलाकर कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बाढ़ पीड़ित इलाकों में हेलीकॉप्ट तो भेजे गए, लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके हैं। ऐसे में अब वायुसेना मौसम साफ होने का इंतजार कर रही है।
ऐसे में वर्तमान में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी अपने स्तर पर राहत कार्य में जुटे हुए हैं। शिवपुरी में बुधवार को बारिश और बाढ दोनों से राहत मिली। सुबह से रुक-रुक का बारिश होती रही, लेकिन पिछले दो दिनों की तरह आसमान से आफत बनकर नहीं बरसी। इसके चलते सेना ठीक से रेस्क्यू भी कर पाई।
सिंध के उफान पर आने के बाद करैरा-नरवर बेल्ट में परेशानी बढ़ गयी है। मंगलवार से यहां सैकड़ों लोग फंसे हुए थे जिन्हें बचाने के लिए बबीना से सेना की बाढ़ नियंत्रण टुकड़ी मंगवार रात ही पहुंच गई। इसके पहले आरटीसी कैंपस करैरा के आइटीबीपी जवान रेस्क्यू में जुट गए। बुधवार सुबह युद्धस्तर पर रेस्क्यू शुरू हुआ और सेना के साथ एनडीआरएफ ने मिलकर एक सैकड़ा से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।
इस दौरान किस तरह की जनहानि की बात भी सामने नहीं आई। दोपहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश किये कि अब जनहानि जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन राहत सामग्री का वितरण युद्धस्तर पर किया जाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त बैराड़ के तीन गांव में फंसे हुए 50 से अधिक परिवारों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिले का गवालियर से फिर से संपर्क स्थापित हो गया है। मोहना पर पुल उखड़ने के बाद मोहना सिटी से होकर पुराने पुल से आवागमन शुरू कर दिया गया है। वहीं श्योपुर और शिवपुरी की बीच कुनो पुल टूट गया है जिससे दोनों जिलों के बीच आवागमन बंद हो गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को हवाई दौरा कर ग्वालियर एवं चंबल संभाग में बाढ़ से प्रभावित हुए चार दर्जन से अधिक गांवों का जायजा लिया। उन्होंने दोपहर करीब 1.30 बजे सिलपरी, हर्रई, बड़खड़ी, नरवर, मगरौनी, बैराड़, ज्वालापुर, मेवाड़ा, बहरावदा, ठेवला, गाजीगढ़, ककरूआ, धोबिनी, देवपुर, अहिल्यापुर, बरोद, बरखेड़ा, नरैया खेड़ी, सिलपुरा, बुधोनी, बघोदा, हुसैनपुर, जौराई, आनंदपुर, जरियाकलां, बामनपुर, मादीखेड़ा, गोरा, मोहारा, कोलारस, पनवाड़ी, देहरदा, डागोर इत्यादि ग्राम का निरीक्षण किया।
इसके पहले मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर से भी स्थिति का जायजा लिया और निर्देश दिए कि किसी भी व्यक्ति को भोजन या पानी की समस्या नहीं आना चाहिए। आप युद्धस्तर पर इसकी व्यवस्था करें।