दोहा में तालिबान के साथ बैठक को सिर्फ एक बैठक के रूप में मानें: विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर कहा है कि दोहा में तालिबान के साथ बैठक को सिर्फ एक बैठक के रूप में मानें ,अभी शुरूआती दिन हैं |
नई दिल्ली | विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर कहा है कि दोहा में तालिबान के साथ बैठक को सिर्फ एक बैठक के रूप में मानें ,अभी शुरूआती दिन हैं |
दोहा में तालिबान के साथ बैठक को सिर्फ एक बैठक के रूप में मानें, अभी शुरुआती दिन हैं : विदेश मंत्रालय
— यूनीवार्ता (@univartaindia1) September 2, 2021
क्या भारत तालिबान के साथ और बैठकें करेगा? इस संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस बारे में साझा करने के लिए मेरे पास कोई नयी जानकारी नहीं है; अंदाजा लगाना नहीं चाहता।
I have no update to share on that; do not want to speculate: MEA spokesperson on whether India will have more meetings with Taliban
— Press Trust of India (@PTI_News) September 2, 2021
हमारा जोर इस बात पर है कि अफगान भूमि का उपयोग भारत के खिलाफ किसी आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के एक ट्विट के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अफगानिस्तान से शेष भारतीयों को वापस लाने पर कहा, “काबुल हवाई अड्डे पर परिचालन फिर से शुरू होने के बाद हम इस मुद्दे पर फिर से विचार कर पाएंगे। अधिकांश भारतीयों ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है।”
#WATCH | "We will be able to revisit this issue once operations at Kabul airport resume. The majority of Indians have left Afghanistan," MEA Spokesperson Arindam Bagchi on bringing back remaining Indians from Afghanistan pic.twitter.com/ZNMiBFnMUP
— ANI (@ANI) September 2, 2021
बता दें कि इसके पहले व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका या अन्य किसी देश को तालिबान को मान्यता देने की कोई जल्दबाजी नहीं है, क्योंकि यह कदम पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह वैश्विक समुदाय की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमेरिका या अन्य किसी देश, जिससे हमने बात की है उसे तालिबान को मान्यता देने की कोई जल्दबाजी नहीं है। यह तालिबान के व्यवहार और इस बात पर निर्भर करता है कि वह वैश्विक समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरता है या नहीं।’
वहीं, एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में विदेशी मामलों की अवर सचिव विक्टोरिया जे. नुलैंड ने कहा, ‘हम उन सभी स्तर पर बातचीत जारी रखेंगे जो, हमारे साथ-साथ हमारे सहयोगियों एवं भागीदारों के हित में है।’