BCCI की नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में श्रेयस अय्यर को A+ ग्रेड में शामिल होने के लिए क्या करना होगा?
जानें विराट कोहली और रोहित शर्मा की तरह A+ ग्रेड पाने की चुनौतियां
मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) 2025 में टीम इंडिया के लिए नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी करने वाला है. यह फैसला चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की सफलता के बाद आया है. इस लिस्ट में वरिष्ठ खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा को A+ ग्रेड में रखा जाएगा, क्योंकि उनका प्रदर्शन और नेतृत्व क्षमता लगातार शानदार रही है.
श्रेयस अय्यर को A+ ग्रेड में शामिल होने के लिए सभी फॉर्मेट में अपनी क्षमता साबित करनी होगी. अय्यर ने ODI और T20I में अपनी प्रतिभा के झलक दिखाई है, लेकिन उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी जगह बनानी होगी. विराट और रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी मजबूत उपस्थिति के कारण A+ ग्रेड में जगह बनाई है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को खिलाड़ी की संपूर्ण क्षमता का पैमाना माना जाता है.
A+ ग्रेड हासिल करने के लिए दबाव में मैच-विजयी प्रदर्शन करना भी जरूरी है. विराट कोहली और रोहित शर्मा ने ICC टूर्नामेंट्स और महत्वपूर्ण मैचों में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. श्रेयस अय्यर ने भी ODI में मध्यक्रम में स्थिरता दिखाई है, लेकिन A+ ग्रेड के लिए उन्हें नियमित रूप से संकट के समय मैच बचाने की क्षमता दिखानी होगी.
श्रेयस अय्यर ने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की कप्तानी करते हुए टीम को तीसरा खिताब दिलाया है. राष्ट्रीय टीम में उप-कप्तान या वरिष्ठ भूमिका निभाने से भी उनकी A+ ग्रेड में पदोन्नति की संभावना बढ़ सकती है. विराट और रोहित ने भारतीय क्रिकेट में नेतृत्व की बागडोर संभाली है, जो उनके A+ ग्रेड स्थिति का एक प्रमुख कारण है.
अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन के साथ-साथ आईपीएल जैसे घरेलू लीग में भी खिलाड़ियों को अपनी क्षमता साबित करनी होती है. श्रेयस अय्यर ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करके अपनी पहचान बनाई है, लेकिन उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखना होगा. विराट और रोहित ने आईपीएल में भी निरंतरता बनाए रखी है, जो उन्हें टॉप-लेवल कॉन्ट्रैक्ट दिलाने में मददगार रही है.
A+ ग्रेड केवल प्रदर्शन पर ही नहीं, बल्कि फिटनेस पर भी निर्भर करता है. विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अपने करियर में हमेशा शीर्ष स्तर की फिटनेस बनाए रखी है, जिससे वे लगातार शीर्ष प्रदर्शन कर पाए हैं. श्रेयस अय्यर को भी अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा और सभी फॉर्मेट की मांगों को पूरा करना होगा.
अंत में, श्रेयस अय्यर का ICC टूर्नामेंट्स और बड़े मैचों में प्रदर्शन निर्णायक होगा. विराट और रोहित ने विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और अन्य ICC इवेंट्स में भारत के लिए मुख्य आधार बने रहे हैं. बड़े मैचों, खासकर ICC टूर्नामेंट्स में उनकी उपस्थिति ने उन्हें A+ ग्रेड कॉन्ट्रैक्ट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.