रावलपिंडी: पाकिस्तान का चैंपियंस ट्रॉफी अभियान घरेलू मैदान पर निराशाजनक तरीके से समाप्त हुआ. ग्रुप ए के अंतिम मुकाबले में गुरुवार, 27 फरवरी को रावलपिंडी में बारिश के कारण बांग्लादेश के खिलाफ मैच रद्द कर दिया गया. इस नतीजे के साथ, 2017 की विजेता टीम एक भी जीत दर्ज किए बिना टूर्नामेंट से बाहर हो गई, जिससे उसने एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. पाकिस्तान 23 वर्षों में पहली ऐसी टीम बन गई, जो 50 ओवर के इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में बिना कोई मैच जीते बाहर हुई.
मेजबानों के लिए ऐतिहासिक रूप से निराशाजनक प्रदर्शन
इससे पहले, जब 2000 में नैरोबी में यह टूर्नामेंट हुआ था, तब केन्या को प्री-क्वार्टर फाइनल में हार मिली थी, लेकिन 2002 में इसे “चैंपियंस ट्रॉफी” के रूप में पुनः ब्रांड किया गया. तब से लेकर अब तक, हर मेजबान टीम ने कम से कम एक मैच जरूर जीता था. 2006 में भारत और 2009 में दक्षिण अफ्रीका अपने-अपने ग्रुप में सबसे नीचे रहे थे, लेकिन उन्होंने एक-एक जीत हासिल की थी.
लगभग तीन दशकों बाद पाकिस्तान को किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी करने का अवसर मिला था, लेकिन टीम के खराब प्रदर्शन ने घरेलू प्रशंसकों को निराश कर दिया. पाकिस्तान ग्रुप ए में सबसे नीचे रहा, बांग्लादेश से भी पीछे, और उसने केवल एक अंक हासिल किया, जबकि उसका नेट रन रेट -1.087 रहा.
बारिश के कारण रावलपिंडी में नहीं हो सका मैच
ग्रुप ए से भारत और न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान और बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. पाकिस्तान के घरेलू प्रशंसक अपनी टीम को बड़े टूर्नामेंट में खेलते देखने पहुंचे थे, लेकिन लगातार होती हल्की बारिश के कारण मैच पूरा नहीं हो सका. अंपायरों और ग्राउंड स्टाफ ने निर्धारित समय से केवल दो घंटे तक इंतजार किया, जिसके बाद मुकाबले को रद्द करने का निर्णय लिया गया.
हालांकि बारिश तेज नहीं थी, लेकिन मैदान पर पानी जमा होने के कारण खेल जारी रखना संभव नहीं था. केवल पिच को कवर किया गया था, जबकि बाकी आउटफील्ड पूरी तरह से भीग चुकी थी, जिससे यह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए अनुपयुक्त हो गया. गुरुवार सुबह से ही रावलपिंडी में रुक-रुक कर बारिश हो रही थी. इसके बावजूद, दोनों टीमें होटल से स्टेडियम पहुंचीं, लेकिन ज्यादातर समय ड्रेसिंग रूम में ही बिताया.
पाकिस्तान का कमजोर प्रदर्शन
पाकिस्तान ने अपना पहला मुकाबला कराची में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला, जहां उसे 60 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद, टीम को दुबई में भारत के खिलाफ एक अहम मुकाबला खेलना था, लेकिन मोहम्मद रिज़वान की कप्तानी में टीम को कट्टर प्रतिद्वंद्वी से छह विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी.
इस निराशाजनक प्रदर्शन के साथ, पाकिस्तान का चैंपियंस ट्रॉफी अभियान बिना किसी जीत के समाप्त हुआ, जिससे घरेलू दर्शकों को गहरा झटका लगा.