आईसीसी सेमीफाइनल में भारत-ऑस्ट्रेलिया भिड़ंत, नॉकआउट रिकॉर्ड बना चिंता का विषय
1998 चैंपियंस ट्रॉफी में जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी, तब सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला था.
भारत 4 मार्च को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में उतरने के लिए तैयार है. हालांकि, आईसीसी नॉकआउट मुकाबलों में भारतीय टीम का रिकॉर्ड चिंता का कारण बना हुआ है.
टी20 विश्व कप के सुपर 8 चरण में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 24 रनों से हराया था, लेकिन आईसीसी के नॉकआउट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय प्रदर्शन चुनौतीपूर्ण रहा है. इतिहास में अब तक भारत ने ऑस्ट्रेलिया को आईसीसी नॉकआउट मुकाबलों में केवल चार बार हराया है.
1998 चैंपियंस ट्रॉफी में जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी, तब सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला था. इसके बाद युवराज सिंह ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत को तीन महत्वपूर्ण जीत दिलाई—2000 चैंपियंस ट्रॉफी, 2007 टी20 विश्व कप और 2011 विश्व कप में.
इन चार ऐतिहासिक जीतों को भारतीय क्रिकेट इतिहास की यादगार उपलब्धियों में गिना जाता है, क्योंकि ये जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी के सबसे प्रतिष्ठित मुकाबलों में आई थीं. भारतीय टीम के लिए ये जीत न केवल गौरवशाली पल हैं, बल्कि मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में आत्मविश्वास बढ़ाने का भी जरिया हैं.
हालांकि, सेमीफाइनल में भारत को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि आईसीसी नॉकआउट मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया हमेशा मजबूत टीम साबित हुई है. ऐसे में ‘मेन इन ब्लू’ को जीत के लिए अपनी पूरी ताकत और रणनीति झोंकनी होगी, क्योंकि यह मुकाबला पिछली कड़वी यादों को भी ताजा कर सकता है.