17 साल बाद भारत बना फिर बना टी20 का शहंशाह
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 29 जून का दिन हमेशा याद किया जाएगा. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने एकजुटता, साहस और संयम के तालमेल का अदभुद प्रदर्शन करते हु शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले सात रन से हरा कर टी20 विश्वकप 17 साल बाद भा की झोली में डाल दिया. इससे पहले भारत के हाथ आईसीसी एक दिवसीय कप 2011 में आया था जिसके बाद भारत ने 2013- चैंफिस ट्राफी अपने नाम की थी.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 29 जून का दिन हमेशा याद किया जाएगा. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने एकजुटता, साहस और संयम के तालमेल का अदभुद प्रदर्शन करते हु शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले सात रन से हरा कर टी20 विश्वकप 17 साल बाद भा की झोली में डाल दिया. इससे पहले भारत के हाथ आईसीसी एक दिवसीय कप 2011 में आया था जिसके बाद भारत ने 2013- चैंफिस ट्राफी अपने नाम की थी.
इस एतिहासिक जीत के साथ ही रोहित शर्मा और विराट कोहली ने इस विश्वकप फार्मेट से संन्यास लिया. कोच राहुल द्रविड़ के हाथ 11 साल बाद कोई आईसीसी ट्राफी हाथ आयी. द्रविड़ की कप्तानी भारत 2007 में एक दिवसीय विश्वकप में ग्रुप चरण में बाहर हो गया था.
भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुये सात विकेट पर 176 रन बनाये जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम आठ विकेट पर 169 रन ही बना सकी. 17 साल बाद यह पहला मौका है जब भारत ने टी20 विश्वकप को अपने नाम किया है. इससे पहले महेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई में 2007 में भारत ने पहली बार टी20 का विश्वकप जीता था.
हाइनरिक क्लासन (52) और डेविड मिलर (21) की जाबांज बल्लेबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका आसानी से भारत द्वारा दिये गये लक्ष्य के करीब पहुंच रहा था और उसे 30 गेंदों पर 30 रन की दरकार थी. इस नाजुक मौके पर हार्दिक पांड्या (20 रन पर तीन विकेट) ने क्लासन का विकेट चटका कर भारत की उम्मीदों को हवा दी जिसके बाद सूर्य कुमार यादव ने हार्दिक की गेंद पर डेविड मिलर का बाउंड्री लाइन पर एक बेहतरीन कैच पकड़ कर मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया.
विराट कोहली (76) की सूझबूझ भरी अर्धशतकीय पारी और अक्षर पटेल (47) के साथ 72 रनों की महत्वपूर्ण भागीदारी की मदद से भारत ने सात विकेट पर 176 रनो का स्कोर खड़ा किया. लगभग पूरे टूनमिट में खामोश रहने वाला विराट का बल्ला आज खिताबी मुकाबले में जम कर दहाड़ा. विराट ने मार्को जानसन के पहले ओवर में तीन चौके लगाकर अपने इरादों का इजहार किया.
विस्फोट के साथ पारी की शुरुआत करने वाले विराट ने सूझबूझ का परिचय देते हुये बाउंड़ी की बजाय विकेट के बीच दौड़ लगाने को प्राथमिकता दी जबकि आखिरी के ओवर में उन्होंने गियर बदलते हुये अपने चिरपरिचित अंदाज में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ कर रख दी. वह पारी के 19वें ओवर में मार्को पानसन का शिकार बने जब मिडिल और लेग में बैंक आफ लेंथ गेंद को पुल करने के प्रयास में गेंद का बल्ले से संपर्क ठीक से नहीं हो सका और रबाडा ने दौड़कर उनका कैच लपक लिया.
पीएम मोदी ने दी टीम इंडिया को बधाई
भारतीय क्रिकेट टीम की इस उपलब्धि पर पीएम मोदी ने खुशी जताई और कहा, ‘चैंपियंस! हमारी टीम स्टाइल में टी20 विश्व कप घर लाती है! हमें भारतीय क्रिकेट टीम पर गर्व है। ये मैच ऐतिहासिक था.
पीएम मोदी ने कहा, ‘टीम इंडिया को इस भव्य जीत के लिए सभी देशवासियों की तरफ से बहुत-बहुत बधाई. आज 140 करोड़ देशवासी आपके शानदार प्रदर्शन के लिए गर्व महसूस कर रहे हैं. खेल के मैदान में आपने वर्ल्डकप जीता लेकिन हिंदुस्तान के हर गांव, गली और मोहल्ले में आपने कोटि-कोटि देशवासियों का दिल जीत लिया.’