पूरी में कोविड नियमों से बंधी रथयात्रा , कर्फ्यू जैसी स्थिति रही
ओडिशा के पुरी में प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर में 2021 की रथ यात्रा निकली । भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों को 'पहंडी' अनुष्ठान करने के बाद उनके रथ में बिठाया गया। 'कोविड प्रतिबंधों के मद्देनजर, भक्तों की भागीदारी के बिना वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया था। ग्रैंड रोड के पूरे हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई और तीर्थ नगरी में कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा हो गई।
भुवनेश्वर| ओडिशा के पुरी में प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ मंदिर में 2021 की रथ यात्रा निकली । भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों को ‘पहंडी’ अनुष्ठान करने के बाद उनके रथ में बिठाया गया। ‘कोविड प्रतिबंधों के मद्देनजर, भक्तों की भागीदारी के बिना वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया था। ग्रैंड रोड के पूरे हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई और तीर्थ नगरी में कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा हो गई।
हरि बोल’ और ‘जय जगन्नाथ’ के मंत्रों के साथ तीन देवता – भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा – ‘रत्न सिंहासन’ से नीचे आए और वार्षिक प्रवास के लिए रथों पर आरूढ़ हुए।
उधर, गुजरात के अहमदाबाद में भी सुबह निकाली गई, जो 10.51 बजे संपन्न हो गई। अहमदाबाद और पुरी दोनों ही जगह रथयात्रा में शामिल होने वालों से लेकर रथ खींचने वालों की कोविड जांच कराई गई थी। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इन्हें यात्रा में शामिल होने की अनुमति मिली|
पुरी में ‘पहंडी बीजे’ की शुरूआत भगवान बलभद्र के साथ की गई, उनके बाद देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ ने की। एक औपचारिक जुलूस में सेवक देवताओं की मूर्तियों को ‘रत्न सिंहासन’ से उनके रथों – तलध्वज, दर्पदलन और नंदीघोसा तक ले गए।
गजपति महाराजा दिब्यसिंह ने ‘छेरा पहाड़’ का प्रदर्शन किया। रथ खींचने की शुरूआत भी भगवान बलभद्र के तलध्वज से हुई।
कोविड प्रतिबंधों के मद्देनजर, भक्तों की भागीदारी के बिना वार्षिक उत्सव आयोजित किया गया था। ग्रैंड रोड के पूरे हिस्से में धारा 144 लागू कर दी गई और तीर्थ नगरी में कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा हो गई। बड़ा डंडा और पुरी की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया ।
गुजरात में सीएम विजय रूपाणी ने सोने की झाड़ू (पाहिंद विधि) लगाई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इन दिनों अहमदाबाद में हैं। उन्होंने मंगला आरती में परिवार के साथ हिस्सा लिया और भगवान जगन्नाथ की पूजा की।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री बघेल गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर से वर्चुअल रूप से जुड़ते हुए महाप्रभु जगन्नाथ के दर्शन किए और रथ यात्रा महोत्सव में शामिल हुए।
झारखंड इस साल झारखंड में रथयात्रा नहीं निकल सकी, क्योंकि राज्य सरकार ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया। कोरोनावायरस के मद्देनजर राज्य सरकार ने इस साल भी ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में रथयात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी।