संबलपुर हिंसा: एक और दिन बंद रहेगा इंटरनेट; 6 और आरोपी गिरफ्तार

 ओडिशा सरकार ने हिंसा प्रभावित संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवाओं पर रोक को 18 अप्रैल की सुबह 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी सोमवार को दी है।

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भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने हिंसा प्रभावित संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवाओं पर रोक को 18 अप्रैल की सुबह 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी सोमवार को दी है।

12 अप्रैल की शाम को हनुमान जयंती की रैली के दौरान सांप्रदायिक तनाव भड़कने के बाद, राज्य सरकार ने 13 अप्रैल की सुबह 10 बजे से पूरे संबलपुर जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थी। संबलपुर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में 14 अप्रैल की आधी रात से कर्फ्यू लगा दिया गया।

पुलिस ने हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को कहा कि तीन लोगों को 12 अप्रैल की पथराव की घटना में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य तीन को 14 अप्रैल की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।

संबलपुर में हुई विभिन्न हिंसा के मामलों में अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच, जिला प्रशासन ने कर्फ्यू के समय में और ढील दी है। संबलपुर सदर के उपजिलाधिकारी प्रवेश चंद्र दंडसेना ने ताजा आदेश में कहा कि कर्फ्यू में सुबह 7.30 बजे से 11.30 बजे और दोपहर 3.30 बजे से शाम 6 बजे तक तक  ढील दी गई है।

राज्य सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू को संबलपुर में डेरा डालने और स्थिति पर नजर रखने के लिए तैनात किया है। डीजीपी सुनील बंसल भी शनिवार से हिंसा प्रभावित कस्बे में डेरा डाले हुए हैं।

रविवार को पत्रकारों से बातचीत में बंसल ने कहा था कि कस्बे में स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति में सुधार जारी रहा तो अगले एक या दो दिनों में कर्फ्यू हटा लिया जाएगा।

गौरतलब है कि हनुमान जयंती (14 अप्रैल) से पहले 12 अप्रैल की शाम को हनुमान जयंती समन्वय समिति के सदस्यों, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं आदि द्वारा मोटरसाइकिल जुलूस निकाला गया था। रैली के दौरान, संबलपुर कस्बे में दो समुदायों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई लोग घायल हो गए और पुलिस भी घायल हो गई।

14 अप्रैल को कस्बे में फिर से हिंसा की घटनाएं हुईं, जब पश्चिमी ओडिशा शहर में हनुमान जयंती का जुलूस निकल रहा था। 14 अप्रैल की रात कुछ दुकानों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ भी की गई।

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