रुबिका हत्याकांड पर बोले सीएम सोरेन- ऐसी घटनाएं समाज के लिए चिंता का विषय

झारखंड के साहिबगंज जिले में हुए रुबिका पहाड़ी हत्याकांड ने एक बार फिर लोगों को दहला दिया है। अब इस जघन्य हत्याकांड पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस तरह की घटनाओं को समाज के लिए चिंता का विषय बताया।

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रांची। झारखंड के साहिबगंज जिले में हुए रुबिका पहाड़ी हत्याकांड ने एक बार फिर लोगों को दहला दिया है। अब इस जघन्य हत्याकांड पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस तरह की घटनाओं को समाज के लिए चिंता का विषय बताया। सीएम सोरेन ने घटना पर राजनीति करने को लेकर विपक्ष पर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि क्या दिल्ली, उत्तर प्रदेश यह मध्यप्रदेश में इस तरह की घटनाएं नहीं हुई हैं। कई राज्यों में ऐसी घटनाएं होती हैं, फिर साहिबगंज की घटना पर ही चर्चा क्यों हो रही? उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इसे घटनाएं चिंता का विषय हैं। ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं और इनका समाधान कैसे किया जाए, इस पर चर्चा होनी चाहिए। सीएम सोरेन ने कहा कि ऐसी घटनाओं को कुचलने का प्रयास होना चाहिए।  गौरतलब है कि साहिबगंज जिले में दिलदार अंसारी नाम के शख्स ने पहले पत्नी रुबिका पहाड़ी की निर्मम हत्या की और फिर पहचान छिपाने के लिए शव के कई टुकड़े कर दिए। मामला तब सामने आया जब साहिबगंज के बोरियो संथाली इलाके में आंगनबाड़ी केंद्र के पीछे पीड़िता के शरीर के 12 टुकड़े मिले। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति दिलदार अंसारी को गिरफ्तार कर लिया था।

रूबिका पहाड़न हत्याकांड पर विधानसभा में भाजपा का हंगामा

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झारखंड विधानसभा भाजपा विधायकों के आचरण से शर्मसार हो गया। शीतकालीन सत्र के पहले सदन सोमवार को शोक प्रकाश के दौरान भाजपा के विधायकों ने सदन के अंदर हंगामा किया। 22 साल के इतिहास में विधानसभा में यह परंपरा देखी गई है कि शोक प्रकाश के दौरान कभी भी विपक्ष ने सदन के अंदर ऐसा आचरण नहीं किया। जब सभा विभूतियों को श्रद्धांजलि दे रही थी, तब भाजपा के विधायक शोर मचा रहे थे। भाजपा के विधायक रणधीर सिंह तो टेबल पर ही चढ़ गये। फौरन उन्हें मार्शल आउट किया गया। सुबह 11.10 में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सभी विधायक वेल में पहुंच गये। 11.21 तक वे वहीं हंगामा करते रहे। स्पीकर के आग्रह के बाद विधायक वापस अपनी सीट पर लौटे और शोक प्रकाश शुरू हुआ। जब भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण का शोक प्रस्ताव पढ़ने की बारी आई, तब सदन में हंगामा शुरू हो गया।

 बिरंची नारायण ने शोक प्रकाश में रूबिका पहाड़न का नाम जोड़ने का आग्रह किया, लेकिन उनका नाम नहीं जोड़ा गया, तब विपक्ष फिर हंगामा करने लगा। पक्ष और विपक्ष के बीच इस मामले को लेकर काफी तकरार हुआ। बिरंची ने कहा कि झारखंड की एक बेटी रुबिका पहाड़न टुकड़ों में काट कर फेंक दी गई। यह रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना है। समुदाय विशेष के लोग ऐसी घटना को अंजाम दे रहे हैं।

 हंगामे के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खड़े होकर कहा कि यह परिपाटी अच्छी नहीं है। लाश पर राजनीति होने लगे तो सदन की गरिमा नहीं बचेगी। ये लोग शोक प्रस्ताव नहीं व्यक्त करना चाहते सिर्फ राजनीति करना चाहते हैं।

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