पाकिस्तान सेना प्रमुख का दो-राष्ट्र सिद्धांत पर जोर, आतंकवाद पर कड़ा रुख

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पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने हाल ही में एक भाषण में दो-राष्ट्र सिद्धांत को दोहराते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग राष्ट्र हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानियों की संस्कृति, महत्वाकांक्षाएं और विचारधाराएं हिंदुओं से भिन्न हैं.

बुधवार को इस्लामाबाद में आयोजित प्रवासी पाकिस्तानी सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुनीर ने कहा कि प्रत्येक पाकिस्तानी को अपने बच्चों को देश के निर्माण की कहानी सुनानी चाहिए ताकि वे इस इतिहास को कभी न भूलें. उन्होंने कहा, “हमारे पूर्वजों ने माना कि हमारा धर्म, रीति-रिवाज, परंपराएं, विचार और लक्ष्य हिंदुओं से पूरी तरह अलग हैं. यहीं से दो-राष्ट्र सिद्धांत की नींव पड़ी. हम दो अलग राष्ट्र हैं, एक नहीं.”

मुनीर ने आगे कहा, “इसी सोच के आधार पर हमारे पूर्वजों ने इस देश को बनाने के लिए अथक संघर्ष किया. उन्होंने और हमने इस देश के लिए बहुत बलिदान दिए हैं, और हम इसे बचाने का तरीका भी जानते हैं.” उन्होंने प्रवासी पाकिस्तानियों से अपील की कि वे अगली पीढ़ियों को पाकिस्तान की कहानी सुनाएं ताकि उनका देश के साथ जुड़ाव कभी कमजोर न हो, चाहे वह तीसरी, चौथी या पांचवीं पीढ़ी हो.

बलूचिस्तान में आतंकवाद पर कड़ा रुख

मुनीर ने बलूचिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात कही और इसे पाकिस्तान का “भाग्य” बताया. उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए), बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूचिस्तान रिपब्लिकन आर्मी (बीआरए) जैसे समूहों के “डेढ़ हजार आतंकवादी” बालochistan या पाकिस्तान को नुकसान नहीं पहुंचा सकते.

उन्होंने कहा, “क्या पाकिस्तान के दुश्मन सोचते हैं कि मुट्ठी भर आतंकवादी हमारे देश का भाग्य तय कर सकते हैं? आतंकवादियों की दस पीढ़ियां भी बालochistan और पाकिस्तान को नुकसान नहीं पहुंचा सकतीं.” मुनीर ने जोर देकर कहा कि जब तक पाकिस्तान के बहादुर लोग सेना के साथ खड़े हैं, तब तक कोई भी चुनौती देश की प्रगति को रोक नहीं सकती.

गाजा के मुसलमानों के प्रति समर्थन

मुनीर ने इजरायल के सैन्य अभियानों से प्रभावित गाजा के फलस्तीनियों के प्रति भी समर्थन जताया. समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से डॉन ने बताया कि मुनीर ने कहा, “पाकिस्तानियों का दिल गाजा के मुसलमानों के साथ धड़कता है.”

पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने प्रवासी पाकिस्तानियों की देश के प्रति निष्ठा की सराहना की और आश्वासन दिया कि सशस्त्र बल आतंकवाद के खतरे को जल्द ही खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की प्रगति में जो भी बाधा आएगी, उसे हम मिलकर दूर करेंगे.”

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