नीतीश के करीबी विधायक की पारस अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
सांस लेने में दिक्कत के बाद अस्पताल में कराए गए थे भर्ती
पटना| बिहार के सियासी गलियारे में नीतीश के करीबी विधायक और 72 घंटों के मंत्री मेवालाल चौधरी ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद दम तोड़ दिया। मेवालाल चौधरी मुंगेर के तारापुर से विधायक थे। मेवालाल चौधरी पटना में ही थे।
परिवार के लोगों ने बताया कि वो कोरोना से संक्रमित हो गए थे और इसके बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। घरवालों ने हालत बिगड़ती देख उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गई। मेवालाल चौधरी तारापुर प्रखंड के कमरगांव गांव के रहने वाले थे। उनके निधन के बाद सियासी गलियारे में शोक की लहर है।
मेवालाल चौधरी के निधन के बाद JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष RCP सिंह ने शोक जताया है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट किया है कि ‘बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व तारापुर विधायक डॉ मेवालाल चौधरी जी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उनके परिवारजनों को सम्बल दें।’
राजनीति में आने से पहले साल 2015 तक मेवालाल चौधरी भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। साल 2015 में रिटायरमेंट के बाद उन्होंने सत्ताधारी JDU की सदस्यता ले ली थी। इसके बाद उन्होंने जदयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़ा और जीत गए। लेकिन चुनाव जीतने के बाद डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपी बनाए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में साल 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी।