ऑक्सीजन की कमी ने बढ़ाई मुश्किल, कई अस्पतालों से शिफ्ट किए जा रहे मरीज
ऑक्सीजन की उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को भेजे गए पत्र
पटना,16 अप्रैल: बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है। जैसे-जैसे पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ रही है वैसे-वैसे सरकार की ओर से की जा रही व्यवस्था कम पड़ती नजर आ रही है।
कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच राजधानी पटना के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी बताई जा रही है। जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। निजी अस्पतालों ने दावा किया कि पिछले कुछ हफ्तों में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग दोगुनी हो गई है, क्योंकि बड़ी संख्या में पीड़ितों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है। लेकिन डिमांड के मुताबिक आपूर्ति नहीं हो रही। ऐसे में इसका असर भी नजर आ रहा है।
ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण, अधिकांश निजी अस्पताल गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एडमिट करने कि स्थिति में नहीं। कुछ अस्पताल गंभीर रूप से बीमार रोगियों के परिवार के सदस्यों को कहीं और ले जाने के लिए कह रहे हैं।
गुरुवार को खेमनीचक के एक निजी अस्पताल ने 30 कोरोना मरीजों के परिवार के सदस्यों को दूसरे अस्पतालों में ले जाने के लिए कहा है। इसकी मुख्य वजह ऑक्सीजन की कमी को ही बताई जा रही है।
पटना के कई अन्य अस्पतालों ने भी इस अंतर को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को पत्र भेजे हैं।
जगदीश मेमोरियल अस्पताल की एक नोडल अधिकारी अपर्णा मीनाक्षी ने कहा कि कोविड रोगियों का इलाज करने के लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता है। इसकी मुख्य वजह है कि अधिकांश मरीज गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें तुरंत ऑक्सीजन की दिया जाना बेहद जरूरी है।