नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्षों की बैठक बुलाई. यह बैठक गुजरात के अहमदाबाद में अप्रैल में होने वाली ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) की बैठक से पहले आयोजित की गई. बैठक में 13 राज्यों और 3 संघ शासित प्रदेशों के जिला अध्यक्षों को आमंत्रित किया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जिला अध्यक्षों से लंबी अवधि की रणनीति के तहत एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया, ताकि राज्यों में चुनावी जीत हासिल की जा सके. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पार्टी का विचारधारा मजबूत है, लेकिन यदि सत्ता में नहीं होंगे, तो इसे देश में प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जा सकता है.
जिला कांग्रेस समिति (DCC) के अध्यक्षों को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के घटक दल भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़े, जिसके कारण भाजपा 240 सीटों तक सीमित रह गई.
“आज भाजपा को बहुमत नहीं मिला और वह दो सहयोगियों पर निर्भर है. एक प्रधानमंत्री, जो घमंड से 400 सीटें जीतने का दावा करता था, उसे हमने एक बड़ा झटका दिया,” खड़गे ने कहा.
बैठक में अपने प्रारंभिक संबोधन में खड़गे ने कहा, “मैं आज इस जिला अध्यक्षों की बैठक में सभी का स्वागत करता हूं. यहां 13 राज्यों और 3 संघ शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि उपस्थित हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस ने कड़ी मेहनत की होती और 20-30 सीटें ज्यादा प्राप्त की होती, तो देश में वैकल्पिक सरकार बन सकती थी.
“कांग्रेस पार्टी ने लगभग 100 सीटें प्राप्त की. अगर हमने कड़ी मेहनत की होती, तो हम 20-30 सीटें और प्राप्त कर सकते थे. ऐसे सीटों का लाभ हमें एक वैकल्पिक सरकार बनाने में मदद कर सकता था,” खड़गे ने बैठक में कहा.
“अगर हम यह हासिल करते, तो हम अपनी स्वतंत्र संस्थाओं, लोकतंत्र और संविधान पर हो रहे हमले को रोक सकते थे,” उन्होंने जोड़ा.
यह DCC बैठक तीन दिनों में चरणबद्ध तरीके से आयोजित की जा रही है, जिसमें गुरुवार का सत्र 13 राज्यों और तीन संघ शासित प्रदेशों के DCC अध्यक्षों की उपस्थिति में हुआ.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी की भाजपा और RSS के खिलाफ लड़ाई संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह जारी रहेगी. उन्होंने इस संघर्ष को सड़कों तक लाने का आह्वान किया.
“आप सिर्फ संदेशवाहक नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के जनरल हैं“
खड़गे ने जिला अध्यक्षों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वे केवल संदेशवाहक नहीं हैं, बल्कि पार्टी के अग्रिम मोर्चे के कमांडर हैं, जो पार्टी को जमीनी स्तर पर नेतृत्व प्रदान करते हैं.
राहुल गांधी और कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में खड़गे ने कहा, “इसलिए राहुल गांधी और मैंने आपसे सीधे संवाद की आवश्यकता को महसूस किया.”