तृणमूल कांग्रेस में सांसदों के बीच सार्वजनिक झगड़ा: कालयान बनर्जी ने “रूडी महिला सांसद” पर साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसदों के बीच एक बड़ा विवाद सामने आया है, जिसमें पार्टी नेता कालयान बनर्जी ने एक “रूडी महिला सांसद” पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने उन्हें गिरफ्तार कराने की कोशिश की. इस विवाद के केंद्र में एक वायरल वीडियो और व्हाट्सएप चैट्स हैं, जिन्हें भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सार्वजनिक किया था.
कालयान बनर्जी ने बिना किसी का नाम लिए हुए कहा कि एक महिला सांसद “मोदी और अदानी” के अलावा कोई और राजनीतिक मुद्दा नहीं उठाती. उन्होंने कहा, “मैं किसी का दबाव झेल सकता हूं, लेकिन उस महिला सांसद का नहीं. अगर ममता बनर्जी ने कहा कि मैं गलत हूं, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.”
कालयान बनर्जी ने यह भी दावा किया कि जब वह चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे, तो उस महिला सांसद ने उनके साथ बहस की और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बीएसएफ के पास जा पहुंची. उन्होंने कहा, “वह महिला चिल्ला रही थी और मैंने उसी अंदाज में जवाब दिया. फिर उसने बीएसएफ से मुझे गिरफ्तार करने के लिए कहा.”
तृणमूल सांसद सौगात रॉय ने इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महुआ मोइत्रा संसद में रो रही थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि कालयान बनर्जी ने “महिला सांसद” के साथ अभद्र व्यवहार किया और इसके बाद वह “विद्रोह” कर गईं. रॉय ने कहा कि कई सांसदों ने इस व्यवहार की निंदा की और कालयान के खिलाफ शिकायत करने का विचार किया.
कालयान बनर्जी ने सौगात रॉय पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि रॉय पार्टी में पिछले कई सालों से अंदरूनी विद्वेष पैदा कर रहे हैं. उन्होंने रॉय पर आरोप लगाया कि वह हमेशा दूसरों को परेशान करते हैं और “नारदा स्टिंग ऑपरेशन” में उनकी भूमिका पर भी सवाल उठाया. बनर्जी ने रॉय को “नारदा चोर” करार देते हुए कहा, “पार्टी की छवि को सबसे पहले रॉय ने ही नुकसान पहुंचाया था.”
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस सार्वजनिक विवाद और चैट लीक को लेकर खफा थीं. उन्होंने पार्टी के सांसदों से अपील की कि वे इस विवाद को और बढ़ावा न दें और मीडिया से बचें.