पत्रकार सुरक्षा कानून की फिर उठी मांग, गुजरात में जुटे देश भर के पत्रकार
अ.भा. पत्रकार सुरक्षा समिति के देश भर के पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों की उपस्थिति में आयोजित स्नेह मिलन समारोह में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग उठी |
गांधीनगर/अहमदाबाद| अ.भा. पत्रकार सुरक्षा समिति के देश भर के पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों की उपस्थिति में आयोजित स्नेह मिलन समारोह में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग उठी |
विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि देश के पत्रकारों को सुरक्षा कानून की आवश्यकता क्यों है |
वहीँ राष्ट्रीय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश प्रताप सिंह परिहार,राष्ट्रीय महासचिव महफूज खान,रत्नाकर त्रिपाठी, ने पत्रकारो को एकजुटता के साथ इस संघर्ष में जुड़ने के लिए कहा |पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नही करने पर हर राज्य से पत्रकार मोदी सरकार के खिलाफ महाआंदोलन करने से नहीं चुकेगा ।
कार्यक्रम को गुजरात के अनेक जिलों से आये वरिष्ठ पत्रकारों ने सम्बोधित किया और प्रदेश में जल्द से जल्द सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की |
इस समारोह में छत्तीसगढ़, राजस्थान,दिल्ली,पंजाब,कर्नाटक,मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र, झारखण्ड ,बिहार,सहित 20 प्रदेशों के पत्रकारों तथा मीडियाकर्मियों ने भाग लिया।
वहीं गुजरात के सभी जिलों के विभिन्न प्रिंट,इलेक्ट्रॉनिक,डिजिटल मीडिया,चैनल आदि के पत्रकार उपस्थित हुए। झारखण्ड का प्रतिनिधित्व संगठक के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश तिवारी ने किया।
समारोह का आयोजन गुजरात के गांधी नगर में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन गुजरात सरकार के पंचायती राज्य मंत्री बृजेश भाई मिर्झा,कांग्रेस के पदेश प्रवक्ता डॉ पंकज पटेल,विश्व उमयधम फाउंडेशन चेयरमैन आर पी पटेल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में राज्य मंत्री श्री मिर्झा ने कहा गुजरात सरकार यह मानती है कि सभी पत्रकारों एवम मीडियाकर्मियों को उनके साहसिक तथा सामाजिक सरोकार को लेकर किए जाने वाली पत्रकारिता के कार्य हेतु सुरक्षा की नितांत आवश्यकता होती है,तभी हमारा प्रदेश व राष्ट्र सबल बनेगा।
देश के उत्तर प्रदेश,बिहार,छत्तीसगढ़, झारखण्ड,महाराष्ट्र,मध्य प्रदेश,कर्नाटक,पंजाब,गुजरात,उत्तराखंड,बंगाल सहित बीस राज्यों से आए पत्रकारों का गुजरात की धरती पर स्वागत करता हूं।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कलावाड़िया ने कहा कि इस संगठन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य यही है कि सभी तरह के पत्रकारों को चाहे वह प्रिंट,इलेक्ट्रॉनिक्स,डिजिटल, वेब,सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जुड़े कोई भी पत्रकार साथी हो उन्हें लोकतांत्रिक ढंग से जनता की आवाज उठाने के क्रम में वर्तमान दौर में अपराधिक एवं असामाजिक तत्वों का सामना पड़ता है|
देश के कई राज्यों में पत्रकारों पर हमले हुए,उनकी हत्याएं कर दी गई,उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा दिया गया,जिससे दिन प्रतिदिन पत्रकारिता का कार्य चुनौतीपूर्ण तथा अत्यधिक कठिन होता जा रहा है। सरकारें सभी की सुरक्षा के लिए होती हैं,इसलिए पत्रकारों के लिए भी पत्रकार सुरक्षा कानून जिसमें उनके तथा उनके परिजनों के वर्तमान तथा भविष्य से जुड़ी सभी बातों को ध्यान में रखा गया है,यह बहुत ही अनिवार्य हो गया है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पत्रकार सुरक्षा कानून के परिपालन हेतु एबीपीएसएस द्वारा प्रस्तुत ड्राफ्ट की स्वीकृति देकर आगे की कार्यवाही में जुट गई है| उसी प्रकार देश के राज्यों में सभी पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों के हितार्थ पत्रकार सुरक्षा कानून लागू की जानी चाहिए,और इसके लिए आंदोलन और भी तेज की जाएगी।