शौर्य पदक से सम्मानित जाबांज चेतक पायलट दीपक मोहनन तेज तूफानों को हरा दिया
7 दिनों तक चेतक हेलीकॉप्टर से खतरनाक तेज समुद्री हवाओं से जूझते अपने साहसिक मिशन में कामयाब स्क्वाड्रन लीडर मोहनन को अदम्य साहसिक कार्य के लिए वायु सेना पदक (शौर्य) से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली | 7 दिनों तक चेतक हेलीकॉप्टर से खतरनाक तेज समुद्री हवाओं से जूझते अपने साहसिक मिशन में कामयाब स्क्वाड्रन लीडर मोहनन को अदम्य साहसिक कार्य के लिए वायु सेना पदक (शौर्य) से सम्मानित किया गया है।
स्क्वाड्रन लीडर दीपक मोहनन (30223) फ्लाइंग (पायलट) अप्रैल 2017 से एक तटरक्षक स्क्वाड्रन के साथ प्रतिनियुक्ति पर हैं।
स्क्वाड्रन लीडर मोहनन ने 04 सितंबर 2020 को चेतक हेलीकॉप्टर के कैप्टन तौर पर एक अदम्य साहस और उच्च कोटि के पेशेवर कौशल का प्रदर्शन किया जहां उन्होंने श्रीलंका के पूर्वी तट से दूर 3.40 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल से लदे एक वेरी लार्ज क्रूड कैरियर (वीएलसीसी) एमटी डायमंड पर आग और विस्फोट के नुकसान का आकलन किया।
7 दिनों के इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने 14:25 बजे की 12 उड़ानें भरीं जिसके लिए भारतीय तटरक्षक जहाजों के विभिन्न वर्गों पर लगातार डेक लैंडिंग की आवश्यकता होती है और जहाजों को कुशल अग्निशमन और तेल रिसाव के हवाई सर्वेक्षण के लिए निर्देशित किया जाता है। ये सभी ऑपरेशन खतरनाक समुद्री परिस्थितियों में कमजोर दृश्यता और 30 समुद्री मील से अधिक गति की तेज हवाओं के साथ समुद्र के ऊपर किए गए।
इस अधिकारी ने अपनी जान की परवाह किए बिना लगातार मिशन को आगे बढ़ाया इस अधिकारी की बहादुरी और व्यक्तिगत सुरक्षा के संबंध में अटूट संकल्प सेवा की सर्वोच्च परंपराओं की भावना को दर्शाता है।
इस अधिकारी की अतुल्य एवं उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया ने भीषण आग पर काबू पाने में योगदान किया और तेल रिसाव एवं विस्फोट के संभावित खतरे को रोका। इससे अंतरराष्ट्रीय समुद्र में भारतीय तटरक्षक बल को श्रेय मिला।
इस अदम्य साहसिक कार्य के लिए स्क्वाड्रन लीडर दीपक मोहनन को वायु सेना पदक (शौर्य) से सम्मानित किया गया ।