इसरो की नई उड़ान: गगनयान से चंद्रयान तक, जानें आगामी मिशनों की जानकारी

0 9
Wp Channel Join Now

बेंगलुरू: भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाएं जल्द ही नए आयामों को छूने वाली हैं, क्योंकि देश ने चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहली बार उतरने का कीर्तिमान स्थापित किया है, जिससे चंद्रमा की सतह से जुड़े कई रहस्यों का पता चला है.

राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो कई महत्वाकांक्षी मिशनों पर काम कर रही है, जिनमें गगनयान मिशन, मंगलयान-2, चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 शामिल हैं.

इसरो के आगामी मिशनों पर एक नज़र

गगनयान मिशन

गगनयान इसरो की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता प्राप्त करने की दिशा में एक प्रयास होगा. चालक दल को भेजने से पहले, इसरो अपने गगनयान परियोजना के तहत एक अनमैन्ड मिशन अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है.

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि विस्तारित दायरे के अनुसार, गगनयान कार्यक्रम में आठ मिशन होंगे, जिनमें दो चालक दल वाले और छह अनमैन्ड मिशन शामिल हैं. पहले के गगनयान कार्यक्रम में एक चालक दल वाला और दो अनमैन्ड मिशन शामिल थे. कार्यक्रम के लिए कुल निधि 20,193 करोड़ रुपये तक बढ़ा दी गई है, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और पूर्ववर्ती मिशनों के लिए नए विकास शामिल हैं.

आदित्यएल1 मिशन

आदित्य-एल1 भारत का पहला सौर आधारित अंतरिक्ष मिशन है, जिसका मुख्य उद्देश्य सूर्य के कोरोना और इसके अंतरिक्ष मौसम पर प्रभाव का अध्ययन करना है. आदित्य-एल1 उपग्रह 6 जनवरी को अपने गंतव्य, यानी पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर स्थित लाग्रांज पॉइंट (एल1 पॉइंट) पर पहुंच गया, जहां से यह सूर्य की परिक्रमा करेगा और उसका अध्ययन करेगा.

मंगलयान-2

मंगलयान-2 इसरो का मंगल पर दूसरा मिशन है, जिसमें एक रोवर और एक हेलीकॉप्टर को मंगल की सतह पर उतारने का लक्ष्य है. इसरो ने अपने पहले मंगल ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) की सफलता के बाद इस दूसरे मिशन के लिए ‘अवसरों की घोषणा’ की है.

चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5

चंद्रयान-4 में भारी उठाने वाले एलवीएम-3 रॉकेट के कम से कम दो अलग-अलग प्रक्षेपण शामिल होंगे, जो मिशन के पांच अलग-अलग घटकों को ले जाएंगे और जिन्हें कक्षा में इकट्ठा किया जाएगा. इस मिशन का उद्देश्य 2027 में चंद्रमा के चट्टानों के नमूने पृथ्वी पर वापस लाना है.

इस बीच, केंद्र सरकार ने चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दे दी है, जिसके बारे में इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन ने बताया. चंद्रयान मिशन में चंद्रमा की सतह का अध्ययन करना शामिल है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.