ट्रेन से कटकर एक ही परिवार के चार की मौत, मृतकों में तीन महिलाएं
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के पास बिंजय नदी पुल पर बुधवार दोपहर मुंबई हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं।
जमशेदपुर| झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के पास बिंजय नदी पुल पर बुधवार दोपहर मुंबई हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। इनमें तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। सभी मृतक सरायकेला-खरसवां जिले के बड़ाबांबो आमदा ओपी के तेलांगजुड़ी गांव के थे।
मृतकों में सुमी पूर्ति (71), उसका पोता अमर सिंह पूर्ति (21), अमर सिंह पूर्ति की पत्नी बा पूर्ति (19) और बहन जेमा पूर्ति (18) शामिल हैं। सभी चक्रधरपुर के लौड़िया में रिश्तेदार नरसिंह बोदरा के घर पटरी होते हुए जा रहे थे। बिंजय नदी पर बने रेल पुल को पार करने के दौरान उन्हें मुंबई हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस सामने से आती हुई दिखाई पड़ी। इसके बाद वे सभी पीछे भागने लगे, पर कुछ ही पल में चारों ट्रेन की चपेट में आ गये। चारों के शरीर के चिथड़े उड़ गये।
चक्रधरपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि तेलांगजुड़ी सुमी पूर्ति परिवार के अन्य सदस्यों के साथ इलाहाबाद बैंक आये थे। बैंक में काम निपटाने के बाद चक्रधरपुर के लौड़िया गांव अपने रिश्तेदार के घर रेलवे पटरी होकर जाने के दौरान यह दर्दनाक हादसा हो गया।
हादसे के समय दुरंतों एक्सप्रेस की रफ्तार करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी। यही कारण है कि चारों कुछ समझ पाते इससे पहले ट्रेन की चपेट में आ गये। यहां तक कि उन्हें नदी में कूदने का मौका भी नहीं मिला।
हादसा इतना दर्दनाक था कि ट्रेन की चपेट में आये सभी लोगों के शव के चिथड़े करीब तीन सौ मीटर तक उड़ गये। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर आगे की कार्रवाई में जुट गई।
मृतक अमर सिंह पूर्ति का चक्रधरपुर के लौड़िया गांव निवासी बलराम बोदरा है। अमर के साथ परिवार के अन्य सदस्य उनके घर जा रहे थे इसी दौरान यह हादसा हुआ।
चक्रधरपुर रेलवे बिंजय नदी पुल पर ट्रेन से कट कर चार लोगों की मौत की सूचना फैलते ही आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। रेल लाइन पर कोई दूसरा हादसा नहीं हो, इसके लिए आरपीएफ और पुलिस बार बार भीड़ को लगातार हटा रही थी।
घटनास्थल पर पुलिस को एक झोला मिला था, जिसमें मृतक सुमी पूर्ति का आधार कार्ड, दो बैंक पासबुक और एक मोबाइल था। मोबाइल पूरी तरह क्षतिग्रस्त होगया था, लेकिन पुलिस ने उसके सिमकार्ड को निकाल दूसरे फोन में लगाया तो वह चलने लगा। इसके बाद उनकी पहचान हो पाई।