जिन छात्राओं के बॉयफ्रेंड नहीं, वे नहीं आ सकतीं कॉलेज !
जिन छात्राओं के बॉयफ्रेंड नहीं है वे कॉलेज नहीं आ सकतीं। यह हम नहीं कॉलेज में लगा नोटिस बता रहा है। यह नोटिस अभी सोशल मीडिया में धमाल मचा रहा है। यह मामला ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिले के एसवीएम ऑटोनॉमस कॉलेज का है।
जगतसिंहपुर| जिन छात्राओं के बॉयफ्रेंड नहीं है वे कॉलेज नहीं आ सकतीं। यह हम नहीं कॉलेज में लगा नोटिस बता रहा है। यह नोटिस अभी सोशल मीडिया में धमाल मचा रहा है। यह मामला ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिले के एसवीएम ऑटोनॉमस कॉलेज का है। जहां प्रिंसिपल द्वारा कथित तौर पर जारी किया गया एक नोटिस वायरल हो रहा है। उस नोटिस में में कहा गया है कि जिन छात्राओं के बॉयफ्रेंड नहीं है, उन्हें कॉलेज में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, खासकर 14 फरवरी को।
20 जनवरी को जारी नोटिस में कहा गया है कि सभी लड़कियों के लिए 14 फरवरी तक कम से कम एक बॉयफ्रेंड होना अनिवार्य है। यह सुरक्षा उद्देश्यों के लिए किया गया है। अकेली लड़कियों को कॉलेज परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नोटिस में यह भी कहा गया है कि कॉलेज की छात्राओं के लिए अपने प्रेमी के साथ हाल ही में क्लिक की गई तस्वीर दिखाना भी अनिवार्य है।
नोटिस के वायरल होने के बाद एक छात्र ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमने नोटिस देखा है। यह एक नकली नोटिस है। हमारे कॉलेज की प्रतिष्ठा को खराब करने और प्रिंसिपल को नीचा दिखाने के लिए कुछ शरारती बच्चों का काम है।
इस नोटिस पर संदेह तब हुआ जब उसपर आधिकारिक पत्र संख्या, कॉलेज का पता, लेटरहेड पर संपर्क नंबर था। खास कर कॉलेज की ओर जारी नोटिस में यह सारे जानकारी नहीं होते हैं।
इस बीच, एसवीएम ऑटोनॉमस कॉलेज के प्रिंसिपल बिजय पात्र ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है। पात्र ने सोमवार को ही पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा, “मेरी छवि और कॉलेज की प्रतिष्ठा को खराब करने के इरादे से मेरे स्कैन किए गए हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया गया है। मैंने पहले ही इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है।
जगतसिंहपुर थाने के आईआईसी सुभ्रांशु परीड़ा ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रहे हैं।