80 जाबांजों को वीरता पुरस्कार, छह को कीर्ति तथा 16 को शौर्य चक्र
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बहादुरी के लिए 80 सैन्यकर्मियों को वीरता पुरस्कार दिये जाने की मंजूरी दे दी जिनमें से 12 को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है.
नई दिल्ली| राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बहादुरी के लिए 80 सैन्यकर्मियों को वीरता पुरस्कार दिये जाने की मंजूरी दे दी जिनमें से 12 को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार राष्ट्रपति ने आज जिन रणबांकुरों को वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किये जाने की घोषणा की उनमें छह कीर्ति चक्र शामिल हैं जिनमें तीन को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है. वीरता के लिए 16 सैन्यकर्मियों को शौर्य चक्र दिया जायेगा जिनमें दो को मरणोपरांत यह वीरता के लिए सम्मानित किया जायेगा.
इसके साथ ही 53 सेना पदक (सात मरणोपरांत), एक नौसेना पदक (वीरता) और चार वायु सेना पदक (वीरता) को भी मंजूरी दी गयी है. राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों के लिए 311 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी। इनमें 31 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक के लिए दो बार, 59 अति विशिष्ट सेवा पदक, 10 युद्ध सेवा UP पदक, आठ बार टू सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 38 सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 10 नौसेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 14 वायु सेना पदक (कर्तव्य के प्रति समर्पण), पांच बार से लेकर विशिष्ट सेवा पदक और 130 विशिष्ट सेवा पदक शामिल हैं.