आर्थिक अपराध शाखा ने 2022 में नौ प्रमुख मामलों का किया भंडाफोड़
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने वर्ष 2022 में आज तक वित्तीय अपराध के कई नए पहलुओं से जुड़े मामलों को अपने हाथ में लिया है। ईओडब्ल्यू ने रियल एस्टेट में धोखाधड़ी और जालसाजी...
भुवनेश्वर। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने वर्ष 2022 में आज तक वित्तीय अपराध के कई नए पहलुओं से जुड़े मामलों को अपने हाथ में लिया है। ईओडब्ल्यू ने रियल एस्टेट में धोखाधड़ी और जालसाजी, आयकर धोखाधड़ी, ऑनलाइन/साइबर धोखाधड़ी, शेल कंपनियों, फर्जी खातों और वर्चुअल/क्लाउड आधारित नंबरों के माध्यम से संचालित फर्जी डिजिटल लोन ऐप से नौकरी में धोखाधड़ी से जुड़े वित्तीय अपराधों के विविध क्षेत्रों से जुड़े 22 मामले दर्ज किए हैं।
2022 में इन 22 मामलों में ईओडब्ल्यू ने लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का पता लगाया (जांच आगे बढ़ने पर यह आंकड़ा ऊपर जाएगा) और विभिन्न राज्यों से 60 धोखाधड़ी करने वालों/आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
इन सभी मामलों में भारत के अंदरूनी इलाकों से लेकर चीन, हांगकांग, थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, नेपाल, श्रीलंका आदि जैसे भारतीय क्षेत्रीय सीमाओं के बाहर के स्थानों तक व्यापक क्षेत्र थे।
ईओडब्ल्यू ने केंद्र और अन्य राज्यों की विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों जैसे ईडी, आयकर, FIU (वित्तीय खुफिया इकाई), आरबीआई, इंटेलिजेंस ब्यूरो, ब्यूरो ऑफ़ इमिग्रेशन, CBI / इंटरपोल, CISF, विभिन्न बैंकों, GST अधिकारियों, मुंबई पुलिस, दिल्ली पुलिस, कोलकाता पुलिस, बैंगलोर पुलिस, हैदराबाद पुलिस, राजस्थान पुलिस आदि के साथ काम किया।
ईओडब्ल्यू कुछ मामलों की जांच के सिलसिले में गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप, गो-डैडी आदि से भी नियमित संपर्क में थी।
ईओडब्ल्यू ने न केवल लोगों को धोखाधड़ी से बचाया बल्कि डिजिटल ऋण ऐप धोखाधड़ी में की गई सक्रिय, व्यापक, बहु-एजेंसी कार्रवाई के कारण कई लोगों की जान भी बचाई। खबर है कि भारत में लोन ऐप के मामलों में फंसकर 108 लोगों ने आत्महत्या कर ली।
सौभाग्य से ओडिशा में किसी ने आत्महत्या नहीं की हालांकि कई लोग ऐसे थे जो इस धोखाधड़ी के शिकार हुए। महत्वपूर्ण मामले जिनका भंडाफोड़ हुआ और गिरफ्तारियां हुईं-
- अवैध डिजिटल ऋण ऋण ऐप के मामले
- इनकम टैक्स टीडीएस रिफंड फ्रॉड केस
- ओडीसा होम्स एंड कॉमर्शियल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रियल एस्टेट/फ्लैट धोखाधड़ी
- हवाला/धोखाधड़ी का मामला
- डिजिटल क्रांति टेक्नोलॉजीज धोखाधड़ी का मामला
- कृषि उपकरण सब्सिडी धोखाधड़ी के मामले
- इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक मूल अकाउंट में धोखाधड़ी
- पोंजी स्कीम- ग्वालियर से आरोपी गिरफ्तार
- छात्रवृत्ति योजना व सोलर उपकरण के नाम पर ठगी।