अलीगढ़: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू समाज से सामाजिक एकता को बढ़ावा देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी के लिए “एक मंदिर, एक कुआँ, और एक श्मशान” की भावना को अपनाकर ही समाज में सच्ची समरसता लाई जा सकती है.
अलीगढ़ में पांच दिवसीय प्रवास के दौरान भागवत ने एचबी इंटर कॉलेज और पंचन नगरी पार्क में आयोजित शाखाओं में स्वयंसेवकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक शांति की जिम्मेदारी निभाने के लिए सामाजिक एकजुटता जरूरी है. भागवत ने संस्कारों को हिंदू समाज की नींव बताया और स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे परंपरा, सांस्कृतिक मूल्यों और नैतिकता पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान दें.
उन्होंने स्वयंसेवकों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचने और उन्हें अपने घरों में आमंत्रित कर एकता का संदेश फैलाने का निर्देश दिया. भागवत ने परिवार को समाज की मूल इकाई बताते हुए कहा कि संस्कारों से मजबूत पारिवारिक मूल्य ही समाज को सशक्त बनाते हैं. उन्होंने सामूहिक रूप से त्योहार मनाने पर जोर दिया, ताकि राष्ट्रवाद और सामाजिक एकता की नींव और मजबूत हो.
भागवत का यह दौरा 17 अप्रैल से शुरू हुआ है, जिसमें वे ब्रज क्षेत्र के प्रचारकों के साथ रोजाना बैठकें कर रहे हैं. यह तैयारियां RSS के शताब्दी समारोह के लिए हैं, जो इस विजयदशमी से शुरू होंगी.