उदयपुर: बुरी तरह कर्ज में डूबे किसान के खलिहान में आग, फसल स्वाहा
छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के उदयपुर के ग्राम बिनिया में सोमवार देर रात एक किसान के खलिहान में आग लगने से 7 ट्रैक्टर धान (करीबन 70-80 क्विंटल ) जलकर राख हो गया. आगजनी के कारणों के पता नहीं चल सका है. असामाजिक तत्वों की साजिश की आशंका जताई जा रही है. बात दें पीड़ित बीमार बुजुर्ग किसान बुरी तरह कर्ज में डूबा हुआ है.
उदयपुर| छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के उदयपुर के ग्राम बिनिया में सोमवार देर रात एक किसान के खलिहान में आग लगने से 7 ट्रैक्टर धान (करीबन 70-80 क्विंटल ) जलकर राख हो गया. आगजनी के कारणों के पता नहीं चल सका है. असामाजिक तत्वों की साजिश की आशंका जताई जा रही है. बात दें पीड़ित बीमार बुजुर्ग किसान बुरी तरह कर्ज में डूबा हुआ है.
सरगुजा संभाग के उदयपुर के ग्राम बिनिया में सोमवार देर रात एक हृदयविदारक घटना हुई, जब किसान शिव प्रसाद यादव के खलिहान में रखे धान में आग लगने से 7 ट्रैक्टर धान जलकर राख हो गया. आग का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन किसान ने असामाजिक तत्वों की साजिश की आशंका जताई है.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक आग रात करीब 1:30 बजे लगी. जिसकी जानकारी करीबन आधे घंटे बाद 2 बजे राजगीरों ने दी. बताया गया कि रत 2 बजे बोलेरो से पटकुरा गांव की ओर जा रहे विनय, राजू और उमेश नामक ग्रामीणों ने खलिहान से उठती आग देखकर तुरंत किसान शिव प्रसाद को जगाया और इसकी जानकारी दी.
सूचना देने के बाद फायर ब्रिगेड सुबह 4 बजे मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक खलिहान और उसमें रखा पूरा धान जलकर स्वाहा हो चुका था.
खेत से काटकर मिसाई के लिए तैयार किए गए धान को खलिहान में रखा गया था. किसान और उनके बेटे के अनुसार, इस फसल से लगभग 70-80 क्विंटल धान की उपज की उम्मीद थी. आग में यह पूरी तरह नष्ट हो गया.
पीड़ित किसान शिव प्रसाद यादव, जो पिछले ढाई साल से अपने बेटे की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, ने बताया कि वह 7 लाख रुपये के कर्ज में डूबे हैं. इस बार फसल से उन्हें कर्ज चुकाने की उम्मीद थी, लेकिन आग ने उनकी सारी उम्मीदें खत्म कर दीं.
उनके बेटे बालेश्वर यादव ने कहा, “हमारे पास अब कोई रास्ता नहीं बचा. खलिहान में रखी पूरी फसल जल गई.”
घटना की जानकारी मिलने पर कुन्नी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और घटना के पीछे असामाजिक तत्वों की साजिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू कर दी है.
घटना से गांव में डर और गुस्से का माहौल है. ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल जांच और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है. साथ ही, पीड़ित किसान को मुआवजा देने की भी अपील की गई है.
इस घटना ने शिव प्रसाद यादव और उनके परिवार को गहरे आर्थिक संकट में डाल दिया है. लगभग 70-80 क्विंटल धान का नुकसान, जो उनके कर्ज चुकाने का मुख्य साधन था. प्रशासन और पुलिस से उम्मीद है कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा और पीड़ित किसान को मुआवजा मिलेगा.
deshdigital के लिए क्रांति कुमार रावत