जंगल छावनी में तब्दील, खदान के लिए एक दिन में काट डाले हजारों पेड़
प्रशासनिक अधिकारियों तथा सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में सैकड़ों साल पुराने पेड़ों को कोल खदान के नाम से काटा जा रहा है. सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में पेंड्रामार घाटबर्रा जंगल जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस बल तैनात है किसी को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. पेट्रोल से चलने वाली इलेक्ट्रिक आरा मशीन से पेड़ों की कटाई बदस्तूर जारी है.
उदयपुर| प्रशासनिक अधिकारियों तथा सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में सैकड़ों साल पुराने पेड़ों को कोल खदान के नाम से काटा जा रहा है. सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में पेंड्रामार घाटबर्रा जंगल जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस बल तैनात है किसी को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. पेट्रोल से चलने वाली इलेक्ट्रिक आरा मशीन से जंगल में पेड़ों की बेतहाशा कटाई मंगलवार की सुबह लगभग 6 बजे से जारी है.
जहा कल तक हरे भरे विशालकाय पेड़ व जंगल नजर आ रहे थे वह अब ठूंठ में तब्दील हो गए है और जंगल वीरान नजर आ रहे है.
कल तक किसी को कानों कान खबर तक नहीं थी घाटबर्रा पेंड्रामार के जंगल में कटाई होगी अन्य दिनों की तरह पूरा दिन सामान्य तरीके से बिता रात होते ही जंगल पुलिस बल की मौजूदगी में पूरी छावनी में तब्दील हो गया.
पेंड्रामार जंगल जाने वाले हर उस रास्ते पर दर्जनों की संख्या में पुलिस बल लगा दिया गया ताकि लोग अंदर ना जा सके. हरिहरपुर, फतेहपुर, घाटबर्रा, परसा, साल्ही आदि ग्रामों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
कलेक्टर, एस पी तथा जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी खदान से लेकर स्थानीय विश्राम गृह तक पेड़ों को कटवाने सक्रिय नजर आए.
हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के लोगों को तो हिरासत में लिया ही गया खदान का विरोध करने वाले कई लोगों को हिरासत में लेकर थानों में बैठाया गया.
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जिन लोगों को हिरासत में लिया गया उनमें उमेश्वर आर्मो सरपंच पतरिया डांड,जगरनाथ बड़ा ग्राम पुटा जयनंदन सिंह सरपंच ग्राम घाटबर्रा राम सिंह मरकाम, श्रीपाल सिंह सरपंच बासन, ठाकुर राम, कांति बाई, श्यामलाल, श्रीमती, आनंद कुसरो, दिल हरण, श्यामपति, हरिप्रसाद मान कुंवर शामिल हैं .
deshdigital के लिए क्रांति कुमार रावत