उदयपुर इलाके में तेज आंधी-तूफान और बारिश का कहर, एक घर के 6 बच्चों समेत 8 जख्मी
सरगुजा के उदयपुर इलाके में आज शुक्रवार देर शाम आए तेज आंधी तूफान और बारिश ने जमकर कहर मचाया है. घर के ऊपर पेड़ गिरने से एक ही परिवार के छः बच्चे सहित 8 लोग दब गए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उदयपुर| सरगुजा के उदयपुर इलाके में आज शुक्रवार देर शाम आए तेज आंधी तूफान और बारिश ने जमकर कहर मचाया है. घर के ऊपर पेड़ गिरने से एक ही परिवार के छः बच्चे सहित 8 लोग दब गए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शुक्रवार की देर शाम आए तेज आंधी तूफान और बारिश ने जमकर कहर मचाया. कहीं साइन बोर्ड टूट गए तो कहीं पेड़ उखड़ कर बिजली के खंभों और घरों में गिर गए. बिजली के तार कई जगह टूट के गिरे पड़े है.
ग्राम मोहनपुर में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत नवनिर्मित शेड इस आंधी में ताश के पत्तों की तरह उड़ते हुए नजर आया. ग्राम रामनगर में पेड़ घर के ऊपर गिरने से एक ही परिवार के छः बच्चे सहित 8 लोग दब गए . सर, पैर, कमर और हाथ में चोट आई है. महिला सरपंच ललिता रोहित सिंह टेकाम की पहल पर बाहर निकाल कर स्वयं के साधन से उदयपुर अस्पताल पहुंचाया.
घटना की सूचना उदयपुर एसडीएम बी आर खांडे को भी दी गई इस पर उन्होंने तत्काल उदयपुर पुलिस और शासकीय अस्पताल उदयपुर की टीम से बात की. जहां पर घायलों के पहुंचने से पूर्व सभी लोग अलर्ट मोड में थे. घायलों के पहुंचते ही सभी बच्चों का तत्परता पूर्वक महिला चिकित्सक एवं नर्सों द्वारा उपचार जारी है बच्चे अभी खतरे से बाहर हैं.
बहरहाल, तेज आंधी तूफान में आज जिस तरह से कहर मचाया है आने वाले दिनों में इसके और भी गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं. खासकर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत से सैकड़ो स्कूलों में निर्माण कराए गए शेड में गंभीर लापरवाही देखी गई है. अब तक लगभग एक दर्जन स्कूलों के सेड मामूली हवा के झोंकों से लेकर तेज तूफान में उड़ते हुए नजर आए हैं. इस पर शासन प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देते हुए समीक्षा की अत्यंत आवश्यकता है. अन्यथा 18 तारीख से विद्यालय आरंभ होने के पश्चात यदि कोई ऐसी घटना हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा यह भी विचारणीय प्रश्न है.
deshdigital के लिए क्रांति कुमार रावत