हाथियों ने किसानों की फसलों को बुरी तरह रौंदा

वन परिक्षेत्र उदयपुर में विगत आठ सितंबर से 12 हाथियों का दल अपनी धमक से ग्रामीणों में भय का वातावरण है. हाथी मानव द्वंद के बीच नुकसान जनता का ही हो रहा है. 

0 6

- Advertisement -

उदयपुर| वन परिक्षेत्र उदयपुर में विगत आठ सितंबर से 12 हाथियों का दल अपनी धमक से ग्रामीणों में भय का वातावरण है.
हाथी मानव द्वंद के बीच नुकसान जनता का ही हो रहा है.

मंगलवार की रात  ग्राम रामनगर में हाथियों ने जमकर  उत्पात  मचाया . यहां 12 हाथियों का दल शाम 7 बजे करीब कलेश्वर पारा के नजदीक पहुंचा और ग्रामीणों के धान व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू किया.

 

अंधेरे में हाथी आगमन की सूचना पर ग्रामीण टार्च मोबाइल लेकर अपनी खेती बचाने दौड़ पड़े. चारों तरफ से आदमी का झुंड लाइट की रोशनी देखकर झुंझलाहट में इधर से उधर दौड़ना फसलों को रौदना शुरू कर दिया.

हाथियों को भगाने कोई पटाखा का उपयोग कर रहा तो कोई गुलेल गोरहा चला रहा, तो कोई चोँगा लगाकर पेपे की आवाज से हाथियों को बेचैन करने कोई कसर नहीं छोड़ रहे. इसी बीच उग्र होकर कभी कभी लोगों को दौड़ाता तो लोग बेहिसाब भागते नजर आते रहे.

- Advertisement -

वन अमले की 15 से 20 लोगों की टीम प्रतिदिन दो वाहनों से अलग अलग चौक चौराहों पर बेरिकेटिंग, रोड बंद ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने भेजने की कोशिश करते हुए नजर आए. हाथियों के नजदीक नही जाने हाथियों को नहीं छेड़ने की समझाइश देते रहे परंतु आधे अधिक लोग बात मानने को तैयार ही नहीं हुए. सब हाथियों के अगल बगल टार्च लेकर दौड़ते रहे इसी बीच एक दर्जन से अधिक किसानों की फसलों को हाथियों ने बुरी तरह से रौंद डाला.

ग्राम  रामनगर / फुनगी के किसानों की जानकारी: माझी राम टेकाम -धान ,मूंगफली , लकड़ा,धन साय टेकाम -धान,फेकू राम सरोटिया -धान ,परस राम – धान ,श्याम लाल सरोटिया -धान(६)रामदेव राजवाड़े -मक्का, चैतू बारगाह – धान,जीतन पंडो – मक्का , एवं घर का खिड़की को नुकसान,रंगलाल पंडो -मक्का, नदु पंडो -मक्का, सदम – धान, अवधेश सरोटिया -धान. ग्राम फुनगी-अशोक पैकरा -धान,रामप्रसाद पैकरा -धान,तिलक पैकरा -धान,सुखराम-धान,शिवकुमार-धान,धोबी -धान, धर्मेश -धान.

हाथियों की आमद से दहशत

बता दें इससे पहले विगत 8 सितंबर को 11 हाथियों का दल सूरजपुर जिले के प्रेमनगर ब्लॉक की ओर से होते हुए उदयपुर वन परिक्षेत्र की सीमा में  डोई फुलचुही के रास्ते दाखिल हुआ.09 सितंबर को दावा जंगल में दिन भर रहने के बाद सायं सात बजे करीब NH 130 को पार करते हुए ग्राम मनोहरपुर पहुंचे.यहां से हाथियों का दल बोंगरू जंगल से तेंदू टिकरा जंगल की ओर गया. यहां जंगल किनारे बने कच्चे के मकानों को कुछ नुकसान पहुंचाया था.

deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.