उदयपुर:14 बरस की दुल्हन तो दूल्हा 16 बरस का, सिंदूर से पहले रोका गया बाल विवाह, देखें वीडियो
सरगुजा के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बेलढाब में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की की शादी की तैयारी पूरी हो चुकी थी। 16 बरस के दूल्हे के साथ सात फेरे हो चुके थे नाबालिग को बस सिंदूर लगने वाली थी
उदयपुर| सरगुजा के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बेलढाब में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की की शादी की तैयारी पूरी हो चुकी थी। 16 बरस के दूल्हे के साथ सात फेरे हो चुके थे नाबालिग को बस सिंदूर लगने वाली थी कि महिला उत्थान कल्याण समिति की टीम अध्यक्ष सरिता महंत के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और बाल विवाह को रुकवाया ।
महिला उत्थान कल्याण समिति के गांव-गांव में मौजूद सदस्यों के पहल से आज विकासखंड उदयपुर के ग्राम बेलढाब में 14 वर्षीय नाबालिग का विवाह रोकने में सफलता मिली है।
शादी को रोकने के लिए पहल करने के दौरान मौके पर उपस्थित लड़की पक्ष के लोगों ने विवाद भी करने की कोशिश की परन्तु ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि नंदा एवं उपसरपंच अमृत यादव एवं 112 की टीम भी मौके पर पहुंची| दोनों पक्ष के लोगों को समझाइश दी | कोरबा से बारात लेकर आये दूल्हे को आख़िरकार बिना दुल्हन के लौटना पड़ा ।
बारातियों के लौट जाने के बाद चाइल्ड लाइन की टीम और महिला विकास विभाग की टीम मौके पर पहुंची तथा लड़की के माँ बाप को समझाइश देते हुए पंचनामा तैयार कर कागजी कार्यवाही पूर्ण की गई।
इन लोगों के द्वारा भी लड़की के परिजनों तथा मौके पर उपस्थित गांव के अन्य लोगों को बाल विवाह नहीं करने के संबंध में आवश्यक जानकारी देते हुए कानून के बारे भी बताया गया। समझाइश के बाद परिजनों ने नाबालिग का विवाह नहीं करने का लिखित आश्वासन दिया।
उक्त कार्यवाही में 112 की टीम के सदस्य, चाइल्ड लाइन सदस्य स्तुति राजवाड़े, महिला बाल विकास विभाग से सुपर वाईजर ऐरखामेरन लकड़ा व सुमन उपस्थित थी।
महिला उत्थान कल्याण समिति के अध्यक्ष सरिता महंत ने सभी से अपील की है कि उम्र हो जाने के बाद ही बालक एवं बालिका का विवाह करें। शासन द्वारा निर्धारित उम्र में विवाह होने से युवक-युवती दोनों का दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
नाबालिक की स्थिति में विवाह होने से विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना दोनों ही परिवार के सदस्य एवं बालक बालिका को करना पड़ता है ।
deshdigital के लिए रिपोर्ट क्रांतिकुमार रावत
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