संत भूपेंद्र सिंह पहुंचे गढ़फुलझर, किया गया भव्य स्वागत
पंजाब के श्री राडा साहेब से नानकसागर निरीक्षण के लिए संत भूपेंद्र सिंह गढ़फुलझर पहुचे। संत भूपेंद्र सिंह द्वारा गुरु नानक देव जी के आगमन स्थल का निरीक्षण कर बताया कि यह वास्तव में ऐतिहासिक स्थल है।
पिथौरा। पंजाब के श्री राडा साहेब से नानकसागर निरीक्षण के लिए संत भूपेंद्र सिंह गढ़फुलझर पहुचे। संत भूपेंद्र सिंह द्वारा गुरु नानक देव जी के आगमन स्थल का निरीक्षण कर बताया कि यह वास्तव में ऐतिहासिक स्थल है।इसे सहेजना हम सब की जिम्मेदारी है।
गुरमत प्रचारक एवम संत श्री ईश्वर सिंह जी की गद्दी सम्भाल रहे संत भूपेंद्र सिंह 2 दिन पूर्व ज़ब छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए तब उन्होंने छत्तीसगढ़ में गुरुनानक देव जी के दो दिन रुकने के स्थान नानक सागर का निरीक्षण करने का मन बनाया।
रायपुर निवासी कुछ सिक्ख जनों ने संत की पूरी टीम को आज सुबह कोई 6 बजे जिले के प्रसिद्ध नानक सागर ले गए।नानक सागर में गुरु के चरण पड़ने के स्थान,गुरु के खेत एवम नानक डेरा भी वे पहुचे।नानक डेरा में उन्होंने अपनी पूरी टीम के साथ सिमरन भी किया।सभी निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि यह स्थान एतिहासिक है।यहां गुरु के चरण पड़ने के कारण यह पूरी तरह पवित्र क्षेत्र है।यहां के वासीयो पर गुरु का आशीर्वाद हमेशा रहेगा।
संत द्वारा कीर्तन भी किया गयाः संत भूपेंद्र सिंह क्षेत्र में निरीक्षण करते कोई दो घण्टा तक रुके।उन्होंने गुरुद्वारा गढ़फुलझर में कीर्तन कर अरदास भी की।जिसमे क्षेत्र की समृद्धि एवम एक विशाल गुरुद्वारा जल्द बनने की अरदास की गई।
बंजारा समाज एवम गढ़फुलझर वासियों ने किया भव्य स्वागतः संत भूपेंद्र सिंह के गढ़फुलझर आगमन के अवसर पर गढ़फुलझर वासियों ने सुवर्धन प्रधान की अगुवाई में शानदार स्वागत किया।इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों से आये सैकड़ो बंजारा समाज के स्त्री पुरुषो ने भी संत जी का स्वागत किया।इस अवसर पर संत भूपेंद्र सिंह ने बंजारा समाज को एक मोमेंटो भेंट किया।बंजारा समाज द्वारा मूर्ति पूजा किये जाने के बारे में संत ने कहा कि गुरु तो कण कण में विद्यमान है।
जिसे सिमरन नाम जपने की जो भी विधि अच्छी लगे उसे वही करना चाहिए।गुरु ने ढकोसला नही करने की हिदायत दी थी।उससे हमे बचना चाहिए। उक्त अवसर में रायपुर से पहुचे स हरजीत सिंह कलसी, हरकिशन सिंग बल्लू, रिंकू ऑबेरॉय, डेमी ओबेरॉय,राजकिशोर एवम गजराज सिंह खास तौर पर उपस्थित थे। -Deshdigital के लिये रजिंदर् खनूजा