पिथौरा के गिरना पंचायत में मनरेगा का काम जेसीबी से, पंचों ने की कार्रवाई की मांग
|छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड के गिरना ग्राम पंचायत के पंचों ने सरपंच सचिव पर मनरेगा मिट्टी खुदाई कार्य भी मशीनों से करवा कर कुछ मजदूरों के खाते में राशि डाल कर भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
पिथौरा|छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड के गिरना ग्राम पंचायत के पंचों ने सरपंच सचिव पर मनरेगा मिट्टी खुदाई कार्य भी मशीनों से करवा कर कुछ मजदूरों के खाते में राशि डाल कर भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है. वही गिरना पंचायत के सचिव सी विशाल ने भी कबूल किया कि सरपंच के निर्देशानुसार नियम विरुद्ध मनरेगा नाली बनाने हेतु मिट्टी कार्य जेसीबी से करवाया गया है.
ग्राम की महिला पंच गायत्री निषाद एवम दुखी बरिहा ने इस सम्बन्ध में बताया कि ग्राम गिरना में ग्रामीण मजदूरों को रोजगार देने वाली केंद्रीय योजना मनरेगा के तहत ग्राम के मोहित लाल के घर से रोहित पटेल के घर तक नाली निर्माण हेतु 10 लाख 71 हजार रुपये की स्वीकृति दी गयी थी.
इसके तहत ग्राम के मजदूरों को रोजगार दे कर उन्ही से नाली हेतु खुदाई करवाना था परन्तु ग्राम सरपंच द्वारा नियम विरुद्ध मजदूरों की गुहार को दरकिनार करते हुए जे सी बी से ही नाली हेतु खुदाई करवा कर मजदूरों का अधिकार छीन लिया गया. जिससे इस ग्राम के मजदूर मनरेगा कार्य से वंचित हो गए।उक्त मामले में कुछ ग्रामीण यह भी बताते है कि ग्राम के बहुर सिंह सुकांति,विजयकृष्ण – दुलरमोती , जयकृष्ण- खुशमोती, एवम परशु राम -रामेश्वरी के नाम से फर्जी मस्टररोल बना कर राशि आहरित कर ली गयी है.
एक ही सेंट्रिग किराया दो मदों से निकाला
गिरना पंचायत के तहत चल रही भारी गड़बड़ी चर्चा में है. ग्राम के त्रिलोचन गड़तीया ने बताया कि उनके सेंट्रिंग का भुगतान भी सरपंच सचिव द्वारा पहले मनरेगा के तहत मस्टररोल बना कर 14670 रुपये निकाला गया. यह भुगतान त्रिलोचन ,समिधा, एवम सुकांति के नाम से आहरण किया गया. इसके अलावा सेंट्रिंग प्लेट हेतु 1 लाख 78 रुपये का बिल अन्य नाम से बना कर राशि आहरित की गई है.
यह भी पढ़ें
बरेकेल पंचायत: महिला सरपंच ने पति को दिए 10 लाख के काम, बेटा और दामाद को भी!
बहरहाल बरेकेल में सरपंच परिवार द्वारा विभिन्न योजनाओं की शासकीय धनराशि अपने ही नामो से आहरित कर शासन द्वारा पंचायत विकास हेतु दिए गए लाखो रुपयों की गड़बड़ी की जांच भी शुरू नही हो पाई कि समीप की एक और ग्राम पंचायत गिरना में सरपंच द्वारा की गई भारी गड़बड़ी सामने आई है. अब देखना यह होगा कि पंचायतों में गड़बड़ी न हो इसके लिए देखरेख करने वाले शासकीय नुमाइंदे इस पर क्या कार्यवाही करते है.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा