महासमुंद : इधर कलेक्टर साईकिल पर उधर प्रदर्शनकारी कार का इंतजार करते रहे
प्रदर्शनकारी किसान कलेक्टर की कार का इन्तजार करते रहे और कलेक्टर स्वयम भी साईकल यात्रा में शामिल हो कर आगे निकल गए
महासमुन्द| पर्यावरण सुरक्षा हेतु जिला मुख्यालय से सिरपुर तक जाने वाली साईकल यात्रा में कलेक्टर के आने की खबर मिलते ही सैकड़ो किसान सड़क पर पहुँच गए थे परन्तु प्रदर्शनकारी किसान कलेक्टर की कार का इन्तजार करते रहे और कलेक्टर स्वयम भी साईकल यात्रा में शामिल हो कर आगे निकल गए।
नेशनल हाईवे स्थित गांव खैरझिटी, कौंवाझर, मालीडीह, कुकराडीह के कृषि भूमि,वन भूमि,गरीबों का पट्टाधारी जमीन में गैर कानूनी ढंग से स्थापित होने वाले करणी कृपा पावर प्लांट के विरोध में चल रहा अनिश्चित कालीन अखण्ड धरना के 30 वें दिन भी जारी रहा।
शनिवार को पर्यावरण सुरक्षा हेतु जिला मुख्यालय से सिरपुर तक जाने वाली साईकल यात्रा में कलेक्टर के आने की खबर मिलते ही सैकड़ो किसान सड़क पर पहुँच गए थे परन्तु किसान कलेक्टर की कार का इन्तजार करते रहे और कलेक्टर स्वयम भी साईकल यात्रा में शामिल हो कर आगे निकल गए।
मिली जानकारी के अनुसार खैरझिटी, कौवाझर, मालिडीह कुकराडीह, तुमगांव क्षेत्र के कोई 300 से अधिक किसान एवं महिला युवा किसान नेता तारेंद्र यादव उप सरपंच, नंदलाल सिन्हा, नंदकिशोर यादव, वेदराम यादव, डेविड चंद्राकर आदि के नेतृत्व में हाइवे किनारे आंदोलन रत है।
किसानों को जब पता चला कि स्वयम जिलाधीश साइकिल रैली लेकर पर्यावरण बचाने के लिए निकले है।जिससे किसान जिलाधीश को रोकने सड़क पर एकत्र थे परन्तु किसानों से छुपते वे रांग साइड से निकल गए. जिसके कारण किसानों ने घंटों चक्का जाम किया| तहसीलदार स्वयं आकर किसानों से ज्ञापन लिए।
इसके बाद आयोजित धरना सभा में नंदकिशोर यादव ने कहा कि एक तरफ करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के मालिक द्वारा गैर कानूनी ढंग से पावर प्लांट लगाने में जुटे हैं और दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल सिरपुर क्षेत्र को पर्यावरण बचाने के लिए जिलाधीश द्वारा साइकिल रैली निकाल ढोंग रच रहे हैं| चैन साहू ने कहा कि तुमगांव क्षेत्र के कृषि भूमि, काबिज कास्त भूमि, वन भूमि, आदिवासी भूमि में स्टील और पावर प्लांट लगने से सिरपुर सहित पूरा इलाका प्रदूषित हो जायेगा।
आंदोलनकारी कलेक्टर को पहचान नहीं सके
सायकल यात्रा तुमगांव से कुहरी पड़ाव की ओर आगे बढ़ी ही थी कि प्रस्तावित करणीकृपा प्लांट के विरोध में मालीडीह मोड़ पर आंदोलनरत किसान कलेक्टर एवम अन्य अफसरों का घेराव करने नेशनल हाइवे पर आ गए| इनमें महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल थीं| आंदोलनकारियों को लगा कि कलेक्टर उनकी सरकारी कार में होंगे| वे कार का इंतजार करते रहे और कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर अन्य अफसरों के साथ साइकिलिंग करते हुए निकल गए| ग्रामीण उन्हें पहचान ही नहीं पाए. उनके निकलने के बाद दूसरे कुछ अधिकारी आगे निकल गये, कुछ पीछे रहे, लेकिन, सभी आगे-पीछे गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचे।
कलेक्टर सपरिवार शामिल हुए
पर्यावरण हेतु आयोजित साईकल यात्रा में जिला कलेक्टर स्वयम अपने परिवार के साथ शामिल हुए।इनमे कलेक्टर पुत्र श्रव्य क्षीरसागर ने पिता के आगे-पीछे साइकिल चलाते हुए 40 किमी यात्रा पूरी की। जबकि, दूसरे पुत्र चिंरजीव ने सिरपुर में प्रतीकात्मक रूप से साइकिल चलाई.।
कलेक्टर की धर्मपत्नी पल्लवी क्षीरसागर ने कुहरी पड़ाव के बाद सिरपुर तक साइकिल की सवारी की| उनका साथ किशोरी कंचन सेन ने दिया। यात्रा के साथ-साथ चिकित्सक दल, पुलिस बल व्यवस्था बनाते चलते रहे.। तुमगांव से कुहरी पड़ाव तक नेशनल हाइवे को वन वे किया गया था|
मार्ग में पड़ने वाले ग्राम बेमचा,और तुमगांव में यात्रा का स्वागत हुआ| वहां पानी व चाय नाश्ता की व्यवस्था की गयी थी। जबकि, वन चेतना केंद्र कोडार पर्यटन स्थल पर नाश्ते की व्यवस्था थी.| 11 बजे तक सभी आगे-पीछे सिरपुर में लक्ष्मण मंदिर पहुंचे। जहां आयोजित कार्यक्रम को सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास सीआर प्रसन्ना, जिपं सीईओ एस. आलोक, एसपी विवेक शुक्ला, डीएफओ पंकज राजपूत आदि ने संबोधित किया।
कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने पर्यटन को बढ़ावा देना, प्रकृति के करीब रहना और ताउम्र फिटनेस के लिए सइकिल से दोस्ती करने का संदेश संबोधन में दिया| अन्य शहरों की तरह महासमुंद में भी सायकल रेसलिंग क्लब की जरूरत बताई| इसके अलावा डॉ. पल्लवी क्षीरसागर ने भी साइकिलिंग के फायदे बताये| समापन अवसर पर प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।